भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत आंदोलन के स्थगित होने के बाद भले ही अपने गांव सिसौली पहुंच गए हैं, लेकिन वहां रहते हुए भी वह कृषि से जुड़े मुद्दों को लेकर लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं, वह राज्य के साथ-साथ केंद्र सरकार को भी समसामयिक मुद्दों पर घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। हाल ही में उन्होंने एबीपी न्यूज को इंटरव्यू दिया था, जिसमें उनसे राजनीति के सिलसिले में कई सवाल किये गए। इसके साथ ही किसान नेता राकेश टिकैत से पूछा गया कि क्या कानून वापसी के बाद किसान भाजपा को वोट देंगे।

किसान नेता राकेश टिकैत से सवाल करते हुए न्यूज एंकर सुमित अवस्थी ने पूछा, “क्या अब यूपी के किसान भाजपा को माफ करके भाजपा के साथ खड़े हैं, उन्हें वोट करेंगे। आप उन्हें कहेंगे कि वे भाजपा को वोट दें?” उनकी बात का जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “भाई इनके कर्म ठीक होंगे तो, इन्होंने कोई काम किया होगा तो लोग इन्हें वोट दे देंगे।”

किसान नेता राकेश टिकैत यहीं नहीं रुके। उन्होंने अपनी बात बढ़ाते हुए आगे कहा, “इन्होंने काम नहीं किया होगा तो लोग दूसरे को वोट दे देंगे। लेकिन हम किसी के लिए नहीं कहेंगे कि वे वोट दें।” किसान नेता की बात पर न्यूज एंकर ने पूछा कि आप क्या चाहते हैं कि ये सरकार वापस आए। आपकी अपनी इच्छा क्या है?

न्यूज एंकर की बात का जवाब देते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “हम क्यों चाहेंगे कि सरकार वापिस आए और हम क्यों नहीं चाहेंगे कि सरकार वापस न आए? हमारे उनसे कुछ लेना-देना नहीं है। काम करा होगा तो लोग इन्हें वोट दे देंगे, नहीं किया होगा तो लोग किसी और को वोट दे देंगे। जनता सारी चीजों को देखती है।”

भाकियू नेता ने इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के लिए भी प्रचार नहीं किया था। किसान नेता का कहना था, “वो एक मुट्ठी चावल मांग रहे थे। हमने कहा कि चावल क्यों मांगो, एमएसपी मांग लो। इसका 1800 रुपये क्विंटल भाव है, कह दो कि इसके पैसे भी देते जाओ। उसके लिए हमने प्रचार कभी नहीं किया।”