यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचलें तेज हो गई हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य व दारा सिंह सहित कई भाजपा नेताओं ने चुनाव से पहले ही पार्टी का साथ छोड़ दिया। इनमें से ज्यादातर नेताओं ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का दामन थामा है। इस बात को लेकर प्रसिद्ध हास्य कलाकार और कैबिनेट का दर्जा प्राप्त कर चुके भाजपा नेता राजू श्रीवास्तव भड़के नजर आए। उन्होंने ट्विटर एकाउंट से वीडियो साझा कर दल बदलने वालों पर तंज कसा।
राजू श्रीवास्तव का यह वीडियो इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में राजू श्रीवास्तव ने पार्टी छोड़कर गए नेताओं की स्थितियों के बारे में लोगों को बताते नजर आए। अपनी बात रखते हुए उन्होंने जहां एक ओर उदित राज और फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा पर निशाना साधा है, वहीं दूसरी ओर स्वामी प्रसाद मौर्य और दारा सिंह चौहान पर भी तंज कसने से पीछे नहीं हटे।
राजू श्रीवास्तव ने ली चुटकी: उत्तर प्रदेश में कैबिनेट दर्जा प्राप्त भाजपा नेता राजू श्रीवास्तव ने स्वामी प्रसाद मौर्य, और दारा चौहान पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी में टिकट ना मिलने के कारण उदित राज बीजेपी छोड़ कर चले गए, शत्रुघ्न सिन्हा भी बीजेपी छोड़ कर चले गए, आज ये लोग बड़े सफल हैं। ये दोनों लोग बहुत कामयाब। उदित राज तो अमेरिका के राष्ट्रपति हैं और शत्रुघ्न सिन्हा बेल्जियम के प्रधानमंत्री हैं। इस तरह अखिलेश यादव स्वामी प्रसाद मौर्य को भूटान का काउंसलर बनाने जा रहे हैं और दारा सिंह युगांडा के राष्ट्रपति…है न?
चुनाव का ऐलान: बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है। बीते 8 जनवरी को चुनाव आयोग ने 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए चरण दर चरण का ऐलान कर दिया है। चुनाव आयोग के मुताबिक उत्तर प्रदेश में चुनाव 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में कराये जायेंगे। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे। यूपी में सात चरणों के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा।
2017 में प्रचंड बहुमत से जीत: साल 2017 में 17वीं विधानसभा में भाजपा प्रचंड बहुमत से जीतकर सत्ता में आयी थी। 2017 में हुए चुनाव के दौरान बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर, तीन चौथाई बहुमत हासिल कर इतिहास रचा था। वहीं अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन में पार्टी ने महज 54 सीटें ही जीती थीं। जबकि मायावती की पार्टी बसपा 19 सीटों पर ही सिमट गयी थी। फिलहाल 2022 के चुनाव में भाजपा का सीधा मुकाबला सपा के साथ माना जा रहा है।
