भारत में पिछले काफी समय से अपराधियों पर कार्रवाई करने के लिए बुलडोजर का प्रयोग किया जा रहा है। अपराधी की पहचान होते ही, प्रशासन द्वारा अपराधियों के अवैध मकानों पर बुलडोजर चला दिया जा रहा है। मध्य प्रदेश के खरगौन और दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई कार्रवाई सुर्खियों में रही है। अब कॉमेडियन राजीव निगम ने इस पर तंज कसा है।

ट्विटर पर राजीव निगम ने लिखा कि “इसको उससे तोड़ो और उसको उससे तोड़ो, किसी का घर और किसी की दुकान तोड़ो. सबकुछ खंड-खंड करो लेकिन बातें अखंड भारत की करो.. है न कमाल।” राजीव निगम के इस ट्वीट पर लोग अब अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। सोहेल अहमद नाम के यूजर ने लिखा कि ‘खुद का कुछ बनाएंगे नहीं, दूसरों का बनाया या तो बेचेंगे या बर्बाद करेंगे।’ आरके शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यही तो कमल का कमाल है।’

सुघोष माधव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अखंड भारत बनाने के लिए देश को बचाने वाली दीवारें तो तोड़नी ही होंगी।’ उमेश कुमार गुप्ता नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बीजेपी का काम सिर्फ देश को बांटना, हिन्दू-मुसलमान के बीच खाई बनाना, देश मे उन्माद फैलाना है ताकि जनता महंगाई, बेरोजगारी,खराब अर्थव्यवस्था, शिक्षा&स्वास्थ्य की खराब व्यवस्था पर सवाल ना उठाए। फ्री की सेवायें की वजह से देश कर्जे में है। जहां इनकी सरकार नहीं है वहां पर दंगे करवाकर विपक्ष की सरकार गिराना ही काम है।’

रामकुमार शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बिलकुल बीजेपी, कांग्रेस के पदचिन्हों पर चल रही है। वही 1990 में कश्मीरी हिंदुओं का नरसंहार ,1984 में सिखों का नरसंहार, 1977 में एमरजेंसी लगाकर लोकतंत्र की हत्या करवाने का काम कर रही है।’ नीरज कुमार सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सरकारी जमीन से अतिक्रमण को हटाये जाने से बहुत ज्यादा तकलीफ हो रही है आप जैसे तथाकथित बुद्धिजीवियों को ना..! जिस दिन आपके जमीन और घर पर अतिक्रमण होगा ना उस दिन किसी पुलिस से मदद मत मांगना..! आप जैसे लोग ही अराजकता को बढ़ावा देते हैं।’

नील सिंहा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बाकी सब दूध के धुले हैं क्योंकि हर कदम पर संविधान याद कराते रहते हैं। सड़क पर चालीसा स्तुति देशद्रोह और इबादत देशभक्ति, क्यों?’ सलमान तुर्की नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अमृतकाल के नाम पर नफरत के बीज बो रहे हैं लगाकर आग देश में, वो चैन से सो रहे हैं।’ मोहसिन खान नाम के यूजर ने लिखा कि ‘राजीव जी उससे भी गंभीर विषय, इन फर्जी राष्ट्रवादियों पर जो अखंड भारत के नाम पर विखंड भारत कर रहे हैं, यहां के मुसलमान नहीं बर्दास्त हो रहे हैं तो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के कैसे करेंगे? जबकि अफगानिस्तान के मुसलमान तो इनके जैसी हरकतों पर लटका देते हैं।’