इंडिया टुडे पर एक डिबेट के दौरान राजदीप सरदेसाई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के उस बयान पर चर्चा करते दिखे, जिसमें सिब्बल ने कांग्रेस की हार को लेकर बयान दिया था। इस दौरान राजदीप सरदेसाई राहुल गांधी की बात करते और उनको लेकर सवाल पूछते भी दिखे। ऐसे में फिल्ममेकर अशोक पंडित ने राजदीप को लेकर तंज कसते हुए एक ट्वीट किया। अपने ट्वीट में अशोक पंडित ने लिखा- ‘कोई नहीं तो कम से कम राजदीप सरदेसाई यह साबित करने में लगे हैं कि कांग्रेस एक ‘principal opposition party’ है और राहुल बाबा एक बहुत ही कमाल के नेता है!’

बता दें कि डिबेट में राजदीप सरदेसाई पैनलिस्ट से सवाल कर रहे हैं कि राहुल गांधी क्या कमाल के नेता हैं और क्या अभी भी कांग्रेस बीजेपी की प्राइम अपोनेंट पार्टी है? वे कहते हैं-‘ आखिरकार ये कांग्रेस का अंदरूनी मामला है, कपिल सिब्बल कांग्रेस लीडरशिप को क्रिटिसाइज कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी है। क्या आपको लगता है कि अभी भी ये एक चैलेंज है, क्या राहुल गांधी आपके लिए परफेक्ट अपोनेंट हैं?’

इस पर बीजेपी प्रवक्ता सुधांशू त्रिवेदी कहते हैं- ‘मुझे लगता है कि कांग्रेस को प्राइम अपोनेंट होना चाहिए। मुझे याद है जब राजीव गांधी थे तब क्या स्थिति थी तब हमारी सोच से भी परे था कि कांग्रेस 2014 में ऐसा रिजल्ट लाएगी।’

उन्होंने आगे कहा-‘आपने कहा राहुल गांधी जी हाफ इन हाफ आउट हैं। उन्होंने पार्टी प्रेसिडेंट के पद से इस्तीफा दिया। फिर भी वह एक्टिव हैं। चाहे सोशल मीडिया हो या फिर रैली। लेकिन मैं सोच रहा हूं बाकी कहां हैं? क्या उन्होंने बिहार के लिए कैंपेन किया?’

इस पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा भी बोल पड़े। उन्होंने बीजेपी प्रवक्ता सुधांशू त्रिवेदी से पूछा- ‘सेंट्रिज्म क्या होता है सुधांशू जी? एक्सट्रीम राइट और एक्सट्रीम लेफ्ट के बीच का जो रास्ता होता है उसे सेंट्रिज्म कहते हैं। हम उन दोनों को डाइल्यूट करके, दोनों से जो अच्छा है उसे अपना कर तब सेंट्रिज्म का जन्म होता है। ये कांग्रेस की आइडियॉलिजी है।’

बता दें, बिहार चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद एक बार फिर पार्टी में विरोध के स्वर उठने लगे हैं। तारिक अनवर ने महागठबंधन की हार के पीछे कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन को बड़ी वजह बताया था। वहीं अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी एक इंटरव्यू में कहा कि ऐसा लगता है कि पार्टी नेतृत्व ने शायद हर चुनाव में पराजय को ही अपनी नियति मान लिया है।