संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को भी विपक्षी दलों ने सरकार को कई मुद्दों पर घेरा। पेगासस स्पाइवेयर का मुद्दा तो छाया ही रहा साथ ही कोविड 19 से निपटने की सरकार की रणनीति पर भी कई सवाल उठाए गए। इसी दौरान राज्य सभा में स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ़ से कहा गया कि कोविड के दौरान ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत किसी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने रिपोर्ट नहीं की है। इस बयान पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा तो बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित उन पर तंज कसने लगे। अशोक पंडित ने टीएमसी के नेता यशवंत सिन्हा पर भी तंज किया है।
दरअसल राहुल गांधी ने समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर शेयर की है जिसमें सरकार का वो बयान शामिल है कि ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत रिपोर्ट नहीं हुई। खबर शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, ‘सिर्फ़ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी। संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी तब भी थी, आज भी है।’
उनके ट्वीट को रीट्वीट करते हुए अशोक पंडित ने लिखा, ‘पहले संवेदनशीलता का मतलब समझा दे भाई!’
पहले संवेदनशीलता का मतलब समझा दे भाई ! https://t.co/c6VcimvDBC
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) July 20, 2021
वहीं, यशवंत सिन्हा पर अशोक पंडित की टिप्पणी तब आई जब तृणमूल कांग्रेस के नेता ने ईवीएम की जगह बैलेट पेपर की वकालत की। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, ‘अगर पेगासस का इस्तेमाल कर स्मार्टफोन को मैनिपुलेट किया जा सकता है तो ईवीएम के साथ भी ऐसा किया जा सकता है। हमें जल्द ही ईवीएम से बैलेट पेपर पर शिफ्ट हो जाना चाहिए।’
उनके इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए अशोक पंडित ने ट्वीट किया, ‘सठिया जाने के बाद इंसान ऐसी ही बहकी-बहकी बातें करता है।’
सठिया जाने के बाद इंसान ऐसे ही बहकी बहकी बात करता है ! https://t.co/W3vuVboLaj
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) July 20, 2021
अशोक पंडित के दोनों ही ट्वीट्स पर ट्विटर यूजर्स की ढेरों प्रतिक्रिया मिल रही है। राहुल गांधी पर दी गई उनकी प्रतिक्रिया पर कुछ लोग उन्हें ही निशाना बना रहे हैं। रमनदीप सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘आप बॉस को तो पता नहीं संवेदनशीलता का अर्थ। आपको पता है?’
वहीं बलराज सोनी नाम के एक यूजर ने अशोक पंडित से सवाल किया, ‘क्या बात करते हो साहिब? अगर ऑक्सीजन की कमी नहीं हुई तो देश विदेश से इतनी मदद क्यों आई?’