25 नवंबर से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान नए कृषि कानूनों के विरोध में सड़कों पर हैं। किसानों ने दिल्ली आने वाले कई रास्तों को घेर रखा है। आज (बृहस्पतिवार को) किसान संगठन के नेताओं और केन्द्र सरकार के बीच फिर से बातचीत होनी है। आज सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने देश के गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। मुलाकात के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा,’मैं गृह मंत्री से मिलने गया था, मैंने उनसे जल्द मामले को सुलझाने का निवेदन किया है, इससे मेरे राज्य (पंजाब) की अर्थव्यवस्था और देश की सुरक्षा प्रभावित हो रही है।’

जाने-पहचाने पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने इसे लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा है।पुण्य प्रसून बाजपेयी ने ट्वीट करते हुए लिखा है,’ समझे कैप्टन की गुगली…“मेरा किसान आंदोलन से लेना देना नहीं,किसान का मुद्दा जल्द से जल्द सुलझाये, किसान आंदोलन से राष्ट्रीय सुरक्षा को ख़तरा..” ‘पुण्य प्रसून बाजपेयी के इस ट्वीट पर यूजर्स की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है।

बृजेंद्र मान नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा है,’अब तो ये हाल है कि मैंने एक बच्चे से पूछा तुम्हें ABCD याद है, वो पलटकर बोला, ऐसे सवालों से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा होता है।’ तोषी शांडिल्य नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’तुम्हारी गुगली कोई नहीं समझेगा तुम भी चले जाओ एक माइक लेकर जिस तरह से अजीत अंजुम की बेइज्जती करी किसानों ने, उस तरह से तुम्हारी भी की जाएगी।’

सुदामा प्रसाद नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’ये राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा कैसे हो गया कैप्टन साहब। आप भी भाजपाई बोली बोलने लगे – पाकिस्तान चीन।’ अनुराग नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा,’भैया ऐसा है कि किसान आंदोलन से ज्यादा खतरा देश को तुम्हारे जैसे नक्सली पत्रकारों से हैं!’

शिल्पा राजपूत नाम की ट्विटर यूजर ने लिखा है,’जबसे ये भाजपा सत्ता में आई है तब से हर आंदोलन में राष्ट्रीय सुरक्षा क्यों खतरे में आ जाती है ?’ हिमांशु यादव नाम के ट्विटर यूजर ने भाजपा पर निशाना साधते हुए लिखा है,’सोचा था कैप्टन समर्थन करेगा तो अपने दलाल मीडिया से प्रचार करवा देंगे कि ये कांग्रेस प्रायोजित है, कैप्टन ने उल्टा तीर कर दिया। अब संभालो!’