किसान आंदोलन पर रिहाना, मिया खलीफा और ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट के बाद विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि ये भारत का निजी मामला है और देश की संप्रभुता में दखल का अधिकार किसी को नहीं है। उधर, अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी, अनुपम खेर, करण जौहर और अजय देवगन जैसे नामी बॉलीवुड स्टार्स भी एक तरीके से बचाव में उतर आए और कहा कि किसान आंदोलन पर तमाम लोग गलतफहमी और बांटने की कोशिश कर रहे हैं, इससे बचना चाहिए।
इसी बीच अब वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने इन बॉलीवुड सेलेब्स के ट्वीट्स पर तंज कसा है और पूछा है कि बॉलीवुड को किस बात का डर है? प्रसून ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘बॉलीवुड को किस बात का है डर..चकाचौंध को क्यों बर्दाश्त नहीं है अंधेरा? उनकी इस पोस्ट पर यूजर्स के रिएक्शन भी आने लगे। एक यूजर ने लिखा-रिहाना के एक ट्वीट के जवाब में भाजपा ने पूरे बॉलीवुड एक्टर्स/क्रिकेटर्स वग़ैरह को काम पर लगा दिया है, जिन बॉलीवुड के बेग़ैरतों की ज़मीर 100 से ज़्यादा किसानों की मौत पर नहीं जगी, वो आज एक ट्वीट के बाद सरकार के बचाव में उतर गए हैं…।’
बाली राम यादव नाम के यूजर ने लिखा, ‘गणतंत्र दिवस पर दिल्ली पुलिस द्वारा दंगाईयों पर गोली नहीं चलाये जाने से निराश वामपंथियों ने भारत को बदनाम करने हेतु विदेशी ताक़तों का भी इस्तेमाल किया। परन्तु देशवासियों ने “राष्ट्रीय एकता” प्रदर्शित कर विदेशी ताक़तों को “एक भारत श्रेष्ठ भारत” का सुंदर सन्देश दे दिया है।’ एक यूजर ने प्रसून बाजपेयी का एक वीडियो शेयर कर कहा- सर आप तो “क्रांतिकारी पत्रकारिता” कीजिए बस।
बालीवुड को किस बात का है डर…
चकाचौंध को क्यों बर्दाश्त नहीं है अंधेरा…!— punya prasun bajpai (@ppbajpai) February 4, 2021
रोहित नाम के शख्स ने लिखा, ‘आप लोग जिस अंधेरे के समर्थक हैं, किसी देश प्रेमी को वो अंधेरा पसंद नहीं आ सकता है। जो आपके हिसाब से नहीं बोले आप डरा हुआ बता देते हैं। जो मीडिया सत्य दिखाए वो गोदी मीडिया है, बाकी जो प्रोपोगेंडा करे, सेलेक्टिव पत्रकारिता करे वहीं सही है। दोगलेपन का नोबेल आपको जरूर मिलेगा।’
ताहीर खान नाम के शख्स ने कमेंट कर कहा- ‘जब भी देश में अल्पसंख्यक, दलित, गरीब, मजदूर, किसान का आर्थिक शारीरिक शोषण हो, उनकी लीचिंग होती हो उस समय हमारे देश की तरह दुनिया भर की सेलिब्रिटी, सामजिक संस्थाएं मुंह में दही जमाकर बैठे रहे। बस इतना चाहती है गोदी मीडिया और हमारे देश के सेलिब्रिटी।’
रहीमुद्दीन नाम के यूजर ने लिखा- ‘ये मेट्रिक फैल सेलिब्रिटी लोगों से ट्वीट करवाने की जगह सरकार को कुछ इस तरह की कॉलर ट्यून लगा देना चाहिए “नमस्कार! हमें देश की एकता अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करना है। प्रदर्शनकारी किसान खालिस्तानी, गद्दार हैं और उनके समर्थक अर्बन नक्सल हैं। चौकीदार चोर नहीं है।’