फेसबुक, इंस्टाग्राम, वॉट्सएप और मैसेंजर जैसे ऐप्स 4 अक्टूबर की शाम अचानक डाउन हो गए थे। कई घंटों तक डाउन रहने के बाद अब ये ऐप्स दोबारा काम कर रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस और आप नेताओं ने मोदी सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया कि इरादतन इन ऐप्स को डाउन करवाया गया, ताकि लखीमपुर खीरी की घटना लोगों तक न पहुंच सके।

कांग्रेस सांसद उदित राज ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, ‘ऐसा प्रतीत होता है जैसे फेसबुक-वाट्सएप और इंस्टाग्राम केंद्र सरकार ने जान बूझकर बंद करा दिए। ताकि प्रियंका गांधी जी का आंदोलन दब जाए।’ उधर, आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने भी बीजेपी सरकार को घेरा। उन्होंने लिखा, ‘जबसे भाजपा के मंत्री के कपूत का वीडियो आया है, फेसबुक-वाट्सएप बंद हो गए हैं। भाजपा किसी भी हद तक गिर सकती है।’

वहीं, कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक ने लिखा, ‘वाट्सएप और फेसबुक कभी इतनी देर के लिए डाउन हुआ है? Down हुआ है या करवाया गया है, लखीमपुर किसान नरसंहार का सच दबाने के लिए? नए वीडियो को वायरल होने से रोकने के लिए?’ पंखुड़ी पाठक ने अपनी एक अन्य पोस्ट पर कहा- ‘तो इन्होंने WiFi और मोबाइल इंटरनेट भी धीमा कर दिया है। Jio बहुत लोग उपयोग करते हैं इंटरनेट के लिए, उसको भी बंद किया है। टीवी न्यूज़ के बाद इंटरनेट पर भी पूरा कब्ज़ा करना चाहते हैं ये लोग। यह बहुत खतरनाक है।’

कांग्रेस के सोशल मीडिया डिपार्टमेंट के चेयरमैन रोहन गुप्ता ने कहा- ‘व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम का इतने लंबे समय के लिए बंद रहना संयोग है या प्रयोग है?’

उधर, बीजेपी नेता नीतू डबास ने कांग्रेस और आप नेताओं के इन दावों पर चुटकी ली। उन्होंने लिखा – ‘कांग्रेसियों की बुद्धि भी पंख लगाकर इटली फुर्र हो गई है। राहुल गांधी कहां से भर्ती करते हो?’

आपको बता दें, लखीमपुर खीरी में किसान उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का विरोध कर रहे थे। इसी दौरान कथित तौर पर उनपर दो एसयूवी वाहन चढ़ा दिये गए। इसके बाद हिंसा भड़क गई थी।