उत्तरप्रदेश के लखीमपुर हिंसा पर देश के कई राज्यों में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया। कांग्रेस, सपा, टीएमसी ने इस घटना की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं राज्य सरकार, विपक्ष पर इस मामले को लेकर अब सख्ती करती दिख रही है।
किसानों से मिलने के लिए लखीमपुर के लिए निकले, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया गया। इसके कुछ घंटे बाद यूपी पुलिस ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को भी हिरासत में ले लिया है। उधर परमिशन नहीं मिलने के बाद भी पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी लखीमपुर के लिए निकल गए हैं।
इससे पहले लखीमपुर के लिए निकले सपा प्रमुख अखिलेश यादव को पुलिस ने घर के बाहर ही रोक लिया था। जिसके बाद अखिलेश यादव वहीं धरने पर बैठ गए थे। जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। इसके अलावा शिवपाल यादव को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, वो भी लखीमपुर जाने के लिए निकले थे। इसके साथ ही यूपी सरकार ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी को लखनऊ में ना उतरने देने का आदेश जारी कर दिया है।
पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में इस हिंसा के खिलाफ और किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतर आए हैं। वहीं दूसरी ओर यूपी के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा है कि विपक्ष राजनीतिक पर्यटन और राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के लिए घटना का उपयोग कर रहा है।
Haryana: Farmers take out a protest march in Ambala over the death of farmers in UP's Lakhimpur Kheri pic.twitter.com/8X7Ms2Vhcq
— ANI (@ANI) October 4, 2021
इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार ने पंजाब के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर राज्य से किसी को भी लखीमपुर खीरी नहीं जाने देने का आग्रह किया है। इसके जवाब में पंजाब सरकार के नागरिक उड्डयन निदेशक ने यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी को पत्र लिखकर सूचित किया कि सीएम चरणजीत सिंह चन्नी लखीमपुर खीरी का दौरा करना चाहते हैं। इसलिए सीएम के हेलिकॉप्टर की लैंडिंग की इजाजत दी जाए।
इस घटना पर राजद नेता भी किसानों के सपोर्ट में उतर आए हैं। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि लोग चाहते हैं कि पीड़ितों को न्याय मिले, लेकिन भाजपा के मंत्री का बेटा होने की वजह से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से गुंडा राज कायम हो चुका है।
प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा- “प्रियंका, मैं जानता हूं तुम पीछे नहीं हटोगी- तुम्हारी हिम्मत से वे डर गए हैं। न्याय की इस अहिंसक लड़ाई में हम देश के अन्नदाता को जिता कर रहेंगे।
वहीं अखिलेश यादव ने मांग की है कि लखीमपुर खीरी में किसानों के नरसंहार के जिम्मेदार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त कर उन्हें और उनके हत्यारे बेटे को गिरफ्तार कर सरकार जेल भेजे। साथ ही मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग भी की गई है।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 4, 2021
इस मामले को लेकर अब बीजेपी में भी विरोध के स्वर उठने लगे हैं। बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने इस मामले को लेकर कहा कि हमारे अन्नदाता की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई, वह किसी भी सभ्य समाज में अक्षम्य है। उन्होंने कहा- “लखीमपुर खीरी की हृदय-विदारक घटना में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से सख्त कार्यवाही करने का निवेदन करता हूं”।
लखीमपुर खीरी की हृदय-विदारक घटना में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से सख्त कार्यवाही करने का निवेदन करता हूँ। pic.twitter.com/e2tE1x4z3T
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 4, 2021
गिरफ्तारी से पहले प्रियंका गांधी और पुलिस वालों में बहस भी होती दिखी। प्रियंका गांधी ने कहा कि ये उत्तर प्रदेश पुलिस है। सत्ता के अहंकार में आवाज दबा रहे हैं। किसानों के परिवार से मिलने से रोका जा रहा है। न्याय की आवाज कभी दबती नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रियंका गांधी को हरगांव से गिरफ्तार करके सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया गया है। हरगांव से पहले भी प्रियंका गांधी को रोकने के लिए पुलिस तैनात थी, लेकिन उनका काफिला बाकी जगहों से निकलने में कामयाब रहा था।
श्रीमती @priyankagandhi जी को हरगांव से गिरफ्तार करके सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया जा रहा हूं, कृपया सभी लोग पहुंचे। pic.twitter.com/d0GClYamvr
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 3, 2021
प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों ने उन्हें धक्का दिया है, साथ ही हाथ मरोड़ने का भी आरोप लगाया। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कार्यकर्ताओं पर भी पुलिस ने लाठीचार्ज किया है।
इससे पहले प्रियंका गांधी को लखनऊ में भी पुलिस अधिकारियों ने कुछ देर के लिए रोका था। प्रियंका गांधी के इस दौरे पर हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपेंद्र हुड्डा के साथ-साथ कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी साथ हैं।

कांग्रेस नेताओं के अलावा भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत भी कई समर्थकों के साथ सोमवार तड़के लखीमपुर के लिए रवाना हो गए हैं। समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस समेत कई विपक्षी नेताओं का आज लखीमपुर का दौरा करने का कार्यक्रम है। यही कारण है कि सरकार ने सपा प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के घर के बाहर भी पुलिस का सख्त पहरा लगा दिया है। साथ ही भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद को भी पुलिस ने सीतापुर में गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर की घटना पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार इसके कारणों का पता लगाएगी और इसमें शामिल तत्वों को बेनकाब कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगी।

उधर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने घटना के खिलाफ सोमवार को देशभर में जिलाधिकारियों और आयुक्तों के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने का आह्वान किया है। इसके साथ ही इस घटना की जांच उत्तर प्रदेश प्रशासन के बजाय उच्चतम न्यायालय के एक सेवारत न्यायाधीश से कराने की मांग की है।
बता दें कि खीरी के तिकोनिया-बनबीरपुर रोड पर उपमुख्यमंत्री मौर्य के दौरे का विरोध कर रहे कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों पर कथित तौर पर दो एसयूवी वाहन चढ़ाए जाने के बाद हिंसा भड़क गई। अधिकारियों के अनुसार उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लखीमपुर खीरी दौरे से पहले रविवार को किसान आंदोलन स्थल पर हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई, जिसमें किसान और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता, दोनों शामिल हैं।
किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा का बेटा कथित रूप से दुर्घटना में शामिल एक ‘स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल’ एसयूवी कार में सवार था। मोर्चा ने अपने बयान में आरोप लगाया है कि किसान जब हेलीपैड पर प्रदर्शन के बाद वहां से हट रहे थे, उसी वक्त आशीष मिश्रा तेनी, तीन वाहनों के साथ आए और किसानों के कुचलते हुए आगे निकल गए। उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा के नेता तजीन्दर सिंह विर्क पर सीधे-सीधे गाड़ी चढ़ाने का प्रयास करके उनपर हमला किया।
किसान संगठन ने आरोप लगाया कि जिस जगह पर हिंसा हुई है वहां गोलियां भी चली हैं। जिसमें एक व्यक्ति की मौत भी हुई है। किसानों ने गोलीबारी का भी आरोप केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे पर लगया है।