प्रियंका चोपड़ा ने बताया था कि उन्होंने अपना बचपन अपने माता-पिता के बिना गुजारा है। अब उनकी मां मधु चोपड़ा ने भी इसके बारे में बात की और कहा कि उन्हें इस बात का बहुत पछतावा होता है। उनकी मां मधु चोपड़ा ने कहा कि उन्हें आज भी इस बात का अफसोस है कि उन्होंने प्रियंका को मेंटली तैयार किए बिना ही बोर्डिंग स्कूल में भेज दिया। मधु ने कहा कि उन्हें अपने बच्चों के बड़े होने के तरीके पर ज्यादा पछतावा नहीं है, लेकिन उन्हें अभी भी आश्चर्य होता है कि प्रियंका को क्या झेलना पड़ा होगा जब उसे सात साल की छोटी सी उम्र में बोर्डिंग स्कूल भेज दिया गया था। उन्होंने माना कि उन्होंने कभी अपनी बेटी से नहीं पूछा कि क्या उसे कभी अकेलापन महसूस होता है।

पिंकविला को दिए इंटरव्यू में मधु ने कहा कि एक पेरेंट के तौर पर उन्हें सिर्फ़ एक बार खुद पर शक हुआ, जब उन्होंने प्रियंका को बोर्डिंग स्कूल में भेजा था। प्रियंका सिर्फ़ सात साल की थीं जब उन्हें लखनऊ के ला मार्टिनियर गर्ल्स स्कूल में पढ़ने के लिए भेजा गया था। उन्होंने कहा, “जब मैंने उसे बोर्डिंग स्कूल में भेजा, तो मुझे उस समय थोड़ा खुद पर डाउट हुआ और मुझे आज भी इसका पछतावा है। इसके अलावा, मुझे अपने किसी भी फैसले पर पछतावा नहीं है।” जब उनसे पूछा गया कि उन्हें अपने फैसले पर पछतावा क्यों है, तो मधु ने कहा कि उन्होंने बोर्डिंग स्कूल के तौर तरीके और वहां के माहौल के लिए तैयार किए बिना एक बच्चे को वहां भेज दिया।

मधु ने कहा, “छोटे बच्चे को ट्रॉमाटाइज किया मैंने, उसको मेंटली प्रिपेयर नहीं किया था कि आप बोर्डिंग में जा रहे हैं।” मधु ने बताया कि जब प्रियंका ने एडमिशन टेस्ट दिया तो उन्होंने बहुत अच्छा किया था। इसलिए उन्हें वहां छोड़ा गया था। “ये हम दोनों के लिए बहुत दुखद था, लेकिन वो आत्मविश्वास से भरी थी और वो रुकी रही, उसने अच्छा परफॉर्म किया, लेकिन ये मेरे लिए बहुत दुख पहुंचाने था, अभी भी है।”

प्रियंका को क्यों भेजा था बोर्डिंग स्कूल?

जब मधु चोपड़ा से पूछा गया कि उन्होंने प्रियंका को बोर्डिंग स्कूल क्यों भेजा? इस पर उन्होंने कहा, “वो अपनी गुड़िया के साथ खेल रही थी और उसने अपने पापा से कहा, ‘आपको दिख नहीं रहा मैं बिजी हूं?’ मैंने ये देखा और मुझे लगा कि मैं इस तरह ही बात करती हूं। इसलिए मुझे खुद पर संदेह हुआ जो मेरे मन में बैठ गया, मुझे लगा कि मेरा पालन-पोषण गलत हो रहा है।”

उन्होंने आगे कहा, “उसे बहुत प्यार किया जाता था और हमें लगा कि हमारा प्यार उसे बिगाड़ रहा है इसलिए हमने उसे दूर भेज दिया। लेकिन ये बिल्कुल भी सही फैसला नहीं था। सिर्फ उसे पता है उसे क्या कुछ झेलना पड़ा होगा। इतना प्यार मिले के बाद उसे लगा होगा कि उसे छोड़ दिया गया। लेकिन उसने अच्छा किया।” जब पूछा गया कि क्या प्रियंका को कभी अकेलापन महसूस हुआ? इस पर मधु ने कहा, “मुझे नहीं पता। मैंने उससे कभी नहीं पूछा। लेकिन उसे हमारी याद आती थी…”

मधु ने बताया कि प्रियंका ने अपना ज्यादातर जीवन अपने पेरेंट्स से दूर बिताया। बहुत छोटी उम्र से ही वो अपने नाना-नानी के साथ रहती थी क्योंकि मधु अपनी पढ़ाई पूरी कर रही थीं। फिर उन्हें बोर्डिंग में भेज दिया गया। लखनऊ से वापस आते ही वो पढ़ाई के लिए अमेरिका चली गई। और अमेरिका से लौटने के बाद मिस इंडिया बनी। उन्होंने कहा, “उसने मेरे साथ बहुत कम समय बिताया। अब जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं तो मुझे लगता है कि उसका विकास अच्छा हुआ।”