‘प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा’, ‘मैं वो बला हूं, जो शीशे से पत्थर को तोड़ता हूं’… प्रेम चोपड़ा के ये डायलॉग आज भी लोगों की जुबान पर रहते हैं। प्रेम चोपड़ा की गिनती बॉलीवुड के खूंखार विलेन्स में होती है। आज भी अपने विलेन वाले किरदारों के लिए पहचाने जाते हैं। सत्तर और अस्सी के दशक में प्रेम चोपड़ा की खलनायकी ने फिल्मों में अलग ही रंग दिखाया। लगभग 6 दशक के करियर में उन्होंने 340 से अधिक फिल्मों में काम किया।
हाल ही में अभिनेता रणबीर कपूर और अनिल कपूर स्टारर फिल्म एनिमल में नजर आए। वहीं हाल ही में एक्टर ने अपने एक इंटरव्यू में बताया है कि वह ब्लॉकबस्टर फिल्म बॉबी में काम नहीं करना चाहते थे। क्योंकि उस फिल्म में निर्देशक ने उन्हें गेस्ट अपीरियंस के लिए ऑफर दिया था।
क्योंकि एक्टर का मानना था कि अगर वह इस फिल्म में कैमियो करेंगे तो फिर उन्हें इसी तरह के ऑफर आएंगे। वहीं राज कपूर भी अपनी जिद पर थे कि वह प्रेम चोपड़ा से ही कैमियो करवाएंगे। हालांकि फिल्म में प्रेम चोपड़ा के सिर्फ एक डायलॉग ने पूरी महफल लूट ली थी।
‘बॉबी’ में गेस्ट अपीरियंस के लिए तैयार नहीं थे प्रेम चोपड़ा
दरअसल प्रेम चोपड़ा हाल ही में टाइमआउट विद अंकित पॉडकास्ट में पहुंचे थे। जहां उन्होंने बताया कि जब राज कपूर ने उन्हें बॉबी में एक रोल ऑफर किया तो वह शुरू में बहुत एक्साइटेड थे। उन्होंने कहा कि “कौन राज कपूर के साथ काम नहीं करना चाहेगा?” लेकिन, कहानी में ट्विस्ट तब आया जब राज कपूर ने प्रेम चोपड़ा से कहा कि उनका रोल छोटा होगा। अभिनेता ने कपूर के सामने अपनी झिझक जाहिर की। “उस समय, मैं दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन, जीतेंद्र और धर्मेंद्र के साथ समान भूमिकाएं कर रहा था। मैंने उनसे कहा कि ‘राज जी, अगर मैं आपकी फिल्म में स्पेशल अपीयरेंस करूंगा, तो दूसरे निर्माता जो मुझे नियमित रूप से काम दे रहे हैं, वे कह सकते हैं कि आपने राज कपूर की फिल्म में स्पेशल अपीयरेंस किया है, अब वैसा ही करो’, लेकिन कपूर ने ना में कोई जवाब नहीं दिया और उनसे कहा कि “तुझे करना है तो करना ही है।” मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं था। फिल्म की शूटिंग शुरू होने से पहले मैंने स्क्रिप्ट के लिए पूछा, लेकिन उन्हें हमेशा एक ही जवाब मिलता था, “बताएंगे बताएंगे।” बाद में, जब मैं पुणे में फिल्म के सेट पर पहुंचा, तो मुझे बताया गया कि फिल्म में मेरा एक ही डायलॉग है। “प्रेम नाम है मेरा… प्रेम चोपड़ा।” मैं इस लाइन को लेकर असमंजस में था। और मैंने अभिनेता प्रेम नाथ से अपनी आशंका व्यक्त की।
एक डायलॉग से किया कमाल
वहीं प्रेम चोपड़ा ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा था कि शूटिंग के दौरान, मैं प्रेम नाथ से मिला और उन्हें बताया कि मैं भूमिका से नाखुश हूं। उनकी सलाह थी कि ऐसा करो और राज कपूर पर विश्वास करो। उन्हें यकीन था कि फिल्म बड़ी हिट होगी। उनके प्रोत्साहन से, मैंने इसे अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता से किया और संवाद सफल हो गया।
बॉबी के रिलीज़ होने के बाद, लोग फिल्म की मुख्य जोड़ी ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया को देखकर सिनेमाघरों से बाहर आ गए। लेकिन हर किसी की जुबान पर यही लाइन थी, “प्रेम नाम है मेरा…प्रेम चोपड़ा।” राज कपूर ने मजाक में चोपड़ा से कहा, “आपने केवल एक डायलॉग के साथ पूरी फिल्म को हाईजैक कर लिया।”
राज कपूर को लेकर कही यह बात
पॉडकास्ट पर चोपड़ा ने राज कपूर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें “प्रतिभाशाली” कहा और उनकी शराब पीने की आदत का भी जिक्र किया। एक्टर ने कहा कि “जैसे ही सूरज ढलता था वह शराब पीना शुरू कर देते थे, लेकिन जब वह नशे में होते थे तब भी वह उस फिल्म के बारे में सोचते रहते थे जिसकी वह शूटिंग कर रहे होते थे। जिन लोगों से उन्हें दिक्कत होती थी, वह शराब पीने के बाद उन्हें फोन करते थे। मेरा नाम जोकर के फ्लॉप होने के बाद कपूर का घर और स्टूडियो गिरवी रख दिया गया था। उनकी राय में, यह फिल्म उनके समय से कहीं आगे थी।