उत्तर प्रदेश में छात्रों ने नौकरियां न मिलने के कारण सड़कों व रेलवे ट्रैक पर योगी सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। उन्हें वहां से हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और छात्रों पर जमकर लाठियां बरसाईं। छात्रों पर हुई पुलिसिया कार्रवाई से जुड़े कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं, जिसमें कई पुलिसकर्मी छात्रों को हॉस्टल से निकालकर पीटते नजर आए। इन वीडियो के लिए यूपी पुलिस लोगों के निशाने पर आ गई है। मामले को लेकर पूर्व आईएएस अधिकारी से लेकर पत्रकार व विपक्षी दल के नेताओं ने योगी सरकार की भी जमकर आलोचना की।

पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से प्रयागराज में छात्रों पर हुई कार्रवाई का वीडियो साझा कर योगी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने सिद्धार्थ नाथ सिंह द्वारा दो करोड़ नौकरी देने की बात का जिक्र करते हुए लिखा, “शायद मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ऐसी ही दो करोड़ नौकरियों की बात कर रहे थे।”

पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “कल भी प्रयागराज में नौकरी मांगते युवाओं की पीठ पर बजती रहीं पुलिस की क्रूर लाठियां। इस बार वोट की चोट से युवा जवाब देगा।” अपने अगले ट्वीट में उन्होंने हॉस्टल का वीडियो साझा करते हुए लिखा, “यूपी में ‘Gunतंत्र’ दिवस की शुभकामनाएं।”

सपा नेता आईपी सिंह ने छात्रों पर हुई लाठीचार्ज को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, “प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे गरीब-कमजोर छात्रों पर योगी की आत्मनिर्भर पुलिस ने गुंडों और आतंकवादियों की तरह उनके कमरे के दरवाजे तोड़-तोड़कर लाठियों पीटा। छात्र थर-थर कांपते रहे, हाथ जोड़ते रहे और पुलिस अपराधियों की तरह उन्हें पीटती रही।”

सपा नेता आईपी सिंह यहीं नहीं रुके, उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “पिछड़े वर्ग, दलित समाज, कमजोर वर्ग के छात्रावासों में आत्मनिर्भर गुंडा पुलिस कहर बरपा रही है। क्या हिम्मत है योगी के मठ में दाखिल हो जाएं। अमीरों के छात्रावासों में दाखिल होकर दिखाएं।” फिल्म मेकर विनोद कापरी ने मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए लिखा, “ये है योगी जी का ‘गन-तंत्र।”