प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे थे। यहां उन्होंने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया था। इसके बाद आधी रात को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पीएम मोदी बनारस रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए थे। यहां उन्होंने रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया था। इस बीच पीएम मोदी की एक तस्वीर लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वायरल हो रही तस्वीर में फोटोग्राफर पीएम मोदी की फोटो खींचते हुए नज़र आ रहा है।

पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने भी पीएम मोदी की इस तस्वीर को ट्वीट किया है। उन्होंने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘कल साहब के फोटोग्राफर ने भी महाराज जी को धकेल कर पीछे कर दिया था। मीडिया के सामने कंधे पर हाथ रखवाने का क्या फ़ायदा जब अकेले में ऐसी गुमनामी में जीते हैं हमारे महाराज जी।’ सूर्य प्रताप सिंह के ट्वीट पर भी लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है। प्रशांत नाम के यूजर ने लिखा, ‘आप जैसे बुद्धिजीवी इंसान से ऐसी उम्मीद नहीं की थी। हर बार ऐसी चीजें को मुद्दा बनाना ठीक नहीं है।’

एक यूजर ने लिखा, ‘ये कोई पहली बार नहीं है। मोदी जी हर बार जानबूझकर योगी जी को खुद से दूर रखते हैं। लेकिन उनकी भी मजबूरी है कि वो विरोध दर्ज नहीं करवा सकते।’ यूजर काजल मिश्रा ने लिखा, ‘देश की मिसाइल और फाइटर प्लेन के लिए पैसा कहां से आएगा? इन सब चीजों को छोड़कर देश के विकास का कोई आइडिया दोगे तो लोग आपको गंभीरता से लेंगे भी।’

सुखराज सिंह राठौड़ नाम के यूजर ने लिखा, ‘आपको बोलने से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता है। कम से कम आपको इन सब बातों को गंभीरता से कहना सीखना चाहिए। अगर कोई फोटोग्राफर प्रधानमंत्री की फोटो लेना चाहते है तो वो जबरन योगी आदित्यनाथ की तस्वीर क्यों लेगा?’ यूजर विकास ने लिखा, ‘आपको थोड़ा इंतज़ार करना चाहिए। क्योंकि एक दिन महाराज जी पीएम बन जाएंगे और साहेब को ऐसे ही धक्का देकर तस्वीर से बाहर कर देंगे। इससे पहले साहेब ने भी तो आडवाणी जी के साथ कुछ ऐसा ही किया था।’

यूजर मंटू तिवारी लिखते हैं, ‘किसी की बपौती पार्टी थोड़े है कि सत्ता पाने के लिए पिता का ही अपमान कर दे। प्रधानमंत्री का पद हमेशा बड़ा होता है। इसलिए कैमरामैन का पूरा फोकस मोदी जी के ऊपर ही है। इसमें इतना हैरान कर देने वाली कौन सी बात है?’ गौरव कुमार नाम के यूजर ने लिखा, ‘सही बताएं तो अब देखकर ऐसा लगता है कि योगी जी का अपमान किया जा रहा है। हर जगह मोदी के पीछे हाथ जोड़े नज़र आते हैं।’