इस वक्त भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव से ना केवल भारतीय बल्कि विदेश में बैठे शुभचिंतक भी परेशान हैं। 7 मई को भारत की ओर से पाकिस्तानी आतंकियों पर किए गए ऑपरेशन सिंदूर और फिर सीजफायर के बाद 12 मई को पीएम मोदी ने पहली बार देश को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने साफ कहा कि न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग नहीं सही जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने दूसरे देशों से सीजफायर के लिए अपील की थी। अब एक्टर और क्रिटिक कमाल राशिद खान उर्फ केआरके ने इसे लेकर एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है।

केआरके ने पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण का छोटा सा चंक अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया है, जिसमें पीएम कह रहे हैं, “भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बदले के रास्ते खोजने लगा, पाकिस्तान दुनियाभर में तनाव कम करने के लिए गुहार लगा रहा था। पूरी तरह पिटने के बाद इसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे डीजीएमओ को संपर्क किया, तब तक हम आतंकवाद के इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर तबाह कर चुके थे।”

“आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया है, पाकिस्तान के सीने में बसाए गए आतंक के अड्डो को हमने खंडहर बना दिया। इसलिए जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई जब पाकिस्तान से ये कहा गया कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा तो भारत ने उस पर विचार किया।” पीएम मोदी ने ये भी कहा कि भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई को सिर्फ स्थगित किया गया है।

केआरके ने इसी क्लिप में आगे डोनाल्ड ट्रंप का वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वो कह रहे हैं कि उनके प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान को सीजफायर के लिए कहा था। अब ऐसे में केआरके ने सवाल करते हुए कैप्शन में लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि पाकिस्तान ने युद्ध रोकने की मांग की है। लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनके प्रशासन ने उनसे युद्ध रोकने के लिए कहा है। भगवान जाने, कौन सच बोल रहा है?”

आपको बता दें कि सबसे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए इंडिया-पाक के बीच सीजफायर की जानकारी दी थी। अब पीएम ने अपने संबोधन में कहा है टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चलेंगे। पाकिस्तान को संदेश देने के साथ ही पीएम मोदी ने इशारों में ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी एक सख्त चेतावनी भेज दी है।