प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राज्यसभा में दिया भाषण खूब चर्चा में है। दरअसल, उन्होंने अपने भाषण में दिवंगत स्वर कोकिला लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर के बारे में बात करते हुए विपक्ष को आड़े हाथों लिया। बता दें हृदयनाथ मंगेशकर को कथित तौर पर ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) से बर्खास्त कर दिया गया था।
संसद के संयुक्त सत्र के दौरान अपना वक्तव्य रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया और अपने भाषण में लता मंगेशकर के परिवार का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा, “लता मंगेशकर का परिवार गोवा से है। लेकिन उनके परिवार को जो कुछ भी झेलना पड़ा, वह पूरे देश को बताया जाना चाहिए।”
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, “लता मंगेशकर के छोटे भाई, पंडित हृदयनाथ मंगेशकर जी जो कि गोवा से ताल्लुक रखते हैं, उन्हें ऑल इंडिया रेडियो (AIR) से निकाल दिया गया था। उनका क्या दोष था? उन्होंने केवल एक बार आकाशवाणी पर वीर सावरकर की देशभक्ति कविता प्रस्तुत की थी।”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “हृदयनाथ जी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि एक बार वे सावरकर से मिले थे और उन्होंने उन्हें अपनी कविता के बारे में बताया था। सावरकर जी ने जवाब दिया था, क्या आप मेरी कविता पढ़कर जेल जाना चाहते हैं?” लेकिन इसके बाद भी हृदयनाथ जी ने इसे पढ़ा और आठ दिनों के भीतर उन्हें आकाशवाणी से बर्खास्त कर दिया गया।”
संसद के संयुक्त सत्र के दौरान पीएम मोदी ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि भी दी। पीएम मोदी ने कहा, “उन्होंने अपनी आवाज से देश को इतने लंबे समय तक मंत्रमुग्ध और प्रेरित किया। उनके योगदान ने देश की सांस्कृतिक विरासत और एकता को मजबूत किया है।” इससे पहले पीएम ने लोकसभा में कहा था, “उन्होंने (लता जी) 36 भाषाओं में गाया और यह देश की एकता के लिए एक बेमिसाल उदाहरण है।”
बता दें कि भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। पूरे राजकीय सम्मान के साथ मुंबई के शिवाजी पार्क में अंतिम संस्कार किया गया। लता जी के अंतिम दर्शन के लिए पीएम मोदी, पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से लेकर सुपरस्टार शाहरुख खान समेत तमाम वीवीआईपी हस्तियां पहुंचीं थीं।
