मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र भेजे जाने को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। परमबीर सिंह ने अपने कथित पत्र में दावा किया है कि प्रदेश के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ वसूली का निर्देश दिया था। शनिवार को ईमेल द्वारा भेजे गए लेटर में परमबीर सिंह ने कहा कि गृहमंत्री अनिल देशमुख चाहते हैं अधिकारी हर महीने होटल और बार से 100 करोड़ रुपए की वसूल करें। इसी मामले पर इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने एक ट्वीट किया जिस पर यूजर्स उन्हें ही घेरने लगे।

रजत शर्मा ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘क्या जमाना आ गया है। पहले मुंबई में अंडरवर्ल्ड वाले लोगों से वसूली करते थे और पुलिस उन्हें पकड़ती थी। अब पुलिस वसूली करती है और मंत्री तक पहुंचाती है। पहले आतंकवादी बम लगाते थे और पुलिस उन्हें पकड़ती थी। अब पुलिस अफसर बम लगाते हैं और सबसे बड़े उद्योगपति को धमकाते हैं।’

रजत शर्मा के इस ट्वीट पर यूजर्स जमकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। बता दें, अर्नब गोस्वामी टीआरपी स्कैम मामले में रजत शर्मा ने परमबीर सिंह का इंटरव्यू लिया था। इसी बात को याद दिलाते हुए विनोद शर्मा नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘उस समय तो रजत जी ने पुलिस कमिश्नर का इंटरव्यू दिखाकर उसे एक निहायत ही ईमानदार पुलिसकर्मी साबित करने की कोशिश की थी। हकीकत अब सबके सामने है।’

 

संदीप दीक्षित नाम के एक यूजर ने रजत शर्मा के फिल्मी सितारों पर किए गए कुछ पुराने ट्वीट्स को शेयर किया, जिसमें यूजर ने लिखा था कि जब फिल्मी सितारों से नजर हटे तो गरीबों की समस्या पर भी नजर डाल लें। हरियाणा की समस्या का जिक्र करते हुए यूज़र ने लिखा, ‘क्या ज़माना आ गया है। पहले लुटेरे हरियाणा में जनता को लूटते थे अब सरकारी अमला और मंत्री लूटते हैं। रजत जी यहां तो आप 100 करोड़ में बाहर निकल आए, हरियाणा में तो 17 हजार करोड़ की लूट है, उस पर आप 2 महीने से चुप क्यों हैं?’

 

डाइस गेम मास्टर नाम से एक यूजर लिखते हैं, ‘क्या जमाना आ गया है पहले लोग झूठ बोलते थे तो पत्रकार उसकी सच्चाई दिखाते थे। अब पत्रकार झूठ फैलाने लगे हैं और लोग उनका झूठ पकड़वाकर ट्वीट डिलीट करवाते हैं।’ चंदेश्वर प्रसाद नाम के यूजर ने रजत शर्मा से पूछा, ‘रात में सीबीआई डायरेक्टर को हटाया जाता है, फैसले से पहले जज को बदला जाता है, बम फोड़ने वाले को साध्वी बुलाते हैं – ये कौन सा जमाना है?’

 

बहरहाल, परमबीर सिंह और सचिन वाजे प्रकरण में ये जानकारी सामने आ रही है कि उद्धव ठाकरे ने इस बात से इंकार किया है कि ईमेल परमबीर सिंह के ऑफिशियल ईमेल आईडी से की गई थी। इस पर परमबीर सिंह का कहना है कि पत्र उन्हीं के ऑफिशियल ईमेल आईडी से गया है। इधर अनिल देशमुख ने अपने ऊपर लगे वसूली के आरोपों से इंकार किया है और कहा है कि सचिन वाजे मामले में खुद को कानूनी कारवाई से बचाने के लिए परमबीर सिंह झूठी कहानी बना रहे हैं।