Pankaj Udhas Funeral Updates: गजल गायक और सिंगर पंकज उधास का 26 फरवरी को निधन हो गया है। वह महज 73 साल के थे। पंकज की बेटी नायाब उधास ने सिंगर की मौत की खबर शेयर की है। उनके करीबियों ने बताया कि पंकज उधास को कुछ महीने पहले कैंसर डिटेक्ट हुआ था और वो पिछले कुछ महीने से किसी से मिल नहीं रहे थे। 10 दिन पहले अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पंकज उधास ने आज सुबह 11 बजे अस्पताल में आखिरी सांस ली। पंकज जी का पार्थिव शरीर अभी ब्रीच कैंडी अस्पातल में ही है। भाइयों का इंतजार है। कल उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पंकज उधास को अंतिम विदाई देने म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़े तमाम लोग पहुंच रहे हैं। सोनू निगम, अनुप जलोटा समेत कई लोग इस मौके पर नजर आए।
पंकज उधास का अंतिम संस्कार वरली के हिंदू श्मशान घाट पर होगा। पंकज उधास के पार्थिव शरीर को अंतिम सलामी दी गयी। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया ।
पद्मश्री पंकज उधास को तिरंगे में लपेटकर घर से विदाई दी गई है।
पंकज उधास की बेटियों ने मां का हाथ थामकर उनका ढाढस बढ़ाया है।

पंकज उधास को याद कर बेटी रिवा काफी इमोशनल हो गईं, उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
पंकज उधास के अंतिम दर्शन के लिए सुनील गावस्कर भी पहुंचे हैं।
पंकज उधास को मुंबई पुलिस द्वारा आखिरी सलामी दी जा रही है।
बॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन भी पंकज उधास के अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंची हैं।

पद्मश्री सम्मान से नवाजे जा चुके पंकज उधास को मुंबई पुलिस द्वारा उनके बंगले के बाहर आधिकारिक रूप से आखिरी सलामी दी जाएगी।
मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन ने पंकज उधास के पार्थिव शरीर के दर्शन किए। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए दिवंगत गजल गायक को एक उम्दा शख्स और गायक बताया। जाकिर हुसैन ने कहा कि वे ईश्वर से दुआ करते हैं कि इस दुख को सहने की शक्ति उनके परिजनों को दे।
पंकज उधाक का पार्थव शरीर फूलों से सजी गाड़ी से घर पहुंच गया है।

पंकज उधास आज पंचतत्वों में विलीन हो जाएंगे। उनके घर पर उनके अंतिम दर्शनों के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा गया है। वहीं शंकर महादेवन उनके घर पहुंचे हैं।
पंकज उधास का पार्थिव शरीर ब्रीच कैंडी अस्पताल से उनके कर्माइकल रोड स्थित बंगले पर तकरीबन 11 से11.15 बजे लाया जाएगा।
वेस्ट बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि "हमारे समय के भारतीय गजल के सबसे महान गायकों में से एक और अनुभवी गायक पंकज उधास के निधन से गहरा दुख हुआ। उनके जाने से संगीत जगत में खालीपन आ जाएगा। उनके परिवार और अनगिनत फैंस के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।"
वेस्ट बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि "हमारे समय के भारतीय गजल के सबसे महान गायकों में से एक और अनुभवी गायक पंकज उधास के निधन से गहरा दुख हुआ। उनके जाने से संगीत जगत में खालीपन आ जाएगा। उनके परिवार और अनगिनत फैंस के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।"
https://x.com/MamataOfficial/status/1762123690597134402?t=Z7w5Lmb4EPq_sfdzOS3jFg&s=08
पंकज उधार की बेटी नायाब ने पिता के अंतिम संस्कार पर अपडेट दिया है। नायाब ने पोस्ट कर बताया है कि पंकज उधास का अंतिम संस्कार 27 फरवरी को 3 से 5 बजे के बीच मुंबई के वर्ली में हिंदू क्रिमेटोरियम में किया जाएगा।
गोवा सीएम ने लिखा कि 'अनुभवी गायक श्री पंकज उधास जी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। उनके आइकॉनिक सॉन्ग "चिट्ठी आई हैं" ने अलग-अलग तरह के लोगों के दिमाग को कनेक्ट किया है। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। ईश्वर दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करें।'
मनोज मुंतशिर ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि 'आपके तीन कैसेट्स ने मुझे पहली बार ये बताया था गजल क्या होती है.मेरे जैसे हजारों को कविता और शायरी की तमीज सिखाने वाले पंकज उधास जी, इतनी जल्दी आपका जाना बनता नहीं था! अभी तो बहुत कुछ सीखना था आपसे।'
पंकज उधास का अंतिम संस्कार मंगलवार 27 फरवरी को 3 से 5 बजे के बीच मुंबई के वर्ली में हिंदू क्रिमेटोरियम में किया जाएगा।
सोनू निगम ने इंस्टाग्राम के पर पंकज उधास की फोटो लगाकर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा, 'मेरे बचपन का सबसे अहम हिस्सा आज खो गया। मैं आपको हमेशा याद करूंगा पंकज जी। ये जानकर मेरा दिल रोता है कि आप नहीं रहे।'
रितेश देशमुख ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि 'पंकज उधास के संगीत ने दुनियाभर में लाखों दिलों को छू लिया है। उनकी विरासत हमेशा रहेगी। उनके परिवार और प्रियजनों को गहरी संवेदनाएं।'
म्यूजिक कंपोजर सलीम मर्चेंट ने कहा, ''मुझे अभी भी भरोसा नहीं हो पा रहा है कि हमारे बीच पंकज जी नहीं रहे। हमने एक महान इंसान और एक महान आर्टिस्ट को खो दिया है।''
सिंगर अदनान सामी ने गजल गायक के निधन पर दुख जताते हुए लिखा है, ''आज मेरे पास शब्द नहीं हैं. मैं बस इतना कह सकता हूं कि अलविदा प्रिय पंकज जी...मेरी बचपन की यादों का हिस्सा बनने के लिए आपने जो संगीत दिया उसके लिए धन्यवाद। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे. उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं...उनका म्यूजिक हमेशा जिंदा रहेगा।''
पंकज उधास ने मुंबई के अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन की जानकारी उनकी बेटी नयाब ने दी। वह "चिट्ठी आई है" और "जिएं तो जिएं कैसे" जैसे गीतों और गजलों के लिए जाने जाते हैं। एक पारिवारिक सूत्र ने बताया कि पंकज उधास का ब्रीच कैंडी अस्पताल में पूर्वाह्न 11 बजे के करीब निधन हो गया। उधास ने 'नाम', 'साजन' और 'मोहरा' सहित कई हिंदी फिल्मों में पार्श्व गायक के रूप में भी अपनी पहचान बनाई।
पीएम नरेंद्र मोदी ने पंकज उधास के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने X पर पोस्ट कर कहा, "हम पंकज उधास जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं, जिनकी गायकी कई तरह की भावनाओं को व्यक्त करती थी और जिनकी ग़ज़लें सीधे आत्मा से बात करती थीं। वह भारतीय संगीत के एक प्रकाश स्तंभ थे, जिनकी धुनें पीढ़ियों से चली आ रही थीं। मुझे पिछले कुछ वर्षों में उनके साथ हुई अपनी विभिन्न बातचीतें याद हैं। उनके जाने से संगीत जगत में एक खालीपन आ गया है जिसे कभी नहीं भरा जा सकेगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति।''
मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के बाहर का दृश्य... यहीं पंकज उधास का निधन हुआ है।
भारत-चीन का युद्ध के दौरान उन्होंने ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गाया था। उनका गाना ऑडिटोरियम में बैठे एक व्यक्ति को इतना पसंद आया था कि उसने 51 रुपए उन्हें इनाम में दिया था।
पंकज उधास के बड़े परिवार से ताल्लुक रखते थे। वो बड़े जमींदार के बेटे थे। उनके दो बड़े भाई हैं, जो पहले ही सिंगर थे। गायिकी उन्हें विरासत में मिली है। पंकज ने अपने करियर की पहली परफॉर्मेंस 10 साल की उम्र में दी थी।
गजल गायक अनूप जलोट ने पंकज उधास के निधन पर X के जरिए शोक व्यक्त किया है।