बिलकिस बानो के गैंगरेप और उनके परिवार की हत्या करने वाले सभी 11 अपराधियों को रिहा कर दिया गया है। अपराधियों की वक्त से पहले रिहाई पर उनके गले में माला डालकर उनका स्वागत किया गया। इतना ही नहीं गोधरा से बीजेपी विधायक ने अजीबो-गरीब बयान दिया है। बीजेपी विधायक सी.के. राउलजी ने कहा कि बिलकिस बानो केस में रिहा हुए सभी 11 लोग ब्राह्मण थे। ब्राह्मणों के संस्कार बहुत अच्छे होते हैं, इस सब बातों को देखते हुए उन्हें रिहा करने का निर्णय लिया गया।

जावेद अख्तर जताई चिंता

इसपर बॉलीवुड से जुड़े तमाम लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए अपराधियों की रिहाई और बीजेपी विधायक के बयान की कड़ी निंदा की है। जावेद अख्तर ने इसपर ट्वीट करते हुए लिखा,”जिन्होंने 5 महीने की गर्भवति के परिवार और उसकी तीन साल की बच्ची को मारने के बाद उसका बलात्कार किया, जेल से रिहा कर दिए गए हैं, उन्हें माला पहनाई गई और मिठाई खिलाई गई। अपनी गलती को मत छिपाओ। सोचो !! हमारे समाज के साथ कुछ बहुत ही गलत हो रहा है।”

एक्टर प्रकाश राज ने ट्विटर पर इस मुहम्मद जुबैर के ट्वीट को शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बिलकिस बानो के साथ क्या हुआ था इसके बारे में लिखा था। ट्वीट साझा करते हुए प्रकाश राज ने लिखा,”सुप्रीम लीडर.. तो ये है आपका #गुजरात मॉडल। जबकि आप सवाल करने और सच बोलने वालों को जेल में डालते हैं, इतिहास इसे याद रखेगा #justasking।”

अन्य ट्वीट में प्रकाश राज ने अपराधियों के गले में माला वाली तस्वीर शेयर करते हुए लिखा,”भारत आवाज उठाओ। हम नागरिक के रूप में इस प्रतिगामी पारिस्थितिकी तंत्र के मूक दर्शक बनने का जोखिम नहीं उठा सकते..#बिलकिसबानो #सिर्फ पूछ रहा हूं।” दूसरे ट्वीट में प्रकाश ने लिखा,”जब सुप्रीम लीडर गोल्ड मेडल विनर्स को बधाई देने में व्यस्त हैं। उनके लोग रेपिस्ट को माला पहनाकर बधाई दे रहे हैं। ये है आपका अमृतकाल? सिर्फ पूछ रहा हूं।”

फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने भी किया सवाल

फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने गोधरा से बीजेपी के विधायक सी. के. राउलजी के बयान की निंदा करते हुए लिखा,” ये मोदी की पार्टी का MLA हैं, मोदी के राज्य का मामला है और मोदी के शासन काल का मामला है। लिहाजा मोदी का चुप रहना तो बनता ही है।” इनके अलावा संगीतकार विशाल ददलानी ने भी इसपर रिएक्ट किया है।

आपको बता दें कि गुजरात सरकार की रेमिशन पॉलिसी के तहत बिलकिस बानो मामले में 11 अपराधियों को जेल से रिलाई मिल गई है। बलात्कारियों और हत्यारों की रिहाई के लिए गुजरात सरकार ने एक 11 सदस्यीय कमेटी बनाई थी। इस कमेटी में गोधरा से भाजपा विधायक सी. के. राउलजी भी शामिल थे।