आरती सक्सेना

एक समय था जब दर्शक सफल अभिनेता के नाम पर फिल्में देखने आते थे। फिर ऐसा भी दौर आया जब दर्शक निर्देशक के लिए फिल्म देखते थे। अगर फिल्म सुभाष घई, रामगोपाल वर्मा, करण जौहर जैसे दिग्गज निर्देशकों की है, तो वह फिल्म जरूर अच्छी होगी, ऐसा दर्शक मानकर चलते थे। फिर समय बदला तो लोगों की सोच भी बदली।

टिकट महंगे हुए तो दर्शक का ध्यान फिल्म की कहानी, सामग्री और निर्माण पर केंद्रित हो गया। इसके अलावा ओटीटी प्लेटफार्म के कारण अच्छी वेब सीरीज और बेहतरीन फिल्में आर्इं, तो दर्शकों के लिए विकल्प बढ़ गए। दर्शक उन्हीं फिल्मों में दिलचस्पी दिखाने लगे, जिनकी कहानी दमदार हो। ओटीटी का असर यह हुआ कि थियेटर में आने वाली फिल्मों में बदलाव दिखाई देने लगा।

एक समय ऐसा भी आया था, जब फिल्मों से कहानी लगभग नदारद हो गईं। फिल्में सलमान खान, अक्षय कुमार, शाहरुख खान जैसे अभिनेताओं के नाम पर बिकने लगीं। नतीजा यह हुआ कि फिल्मों में कहानी का स्तर गिरता चला गया। दर्शक भी एक जैसी कहानी वाली फिल्में देखकर ऊबने लगे। लिहाजा फिल्में फ्लाप होने लगीं। चाहे वह शाहरुख खान की जीरो हो, सलमान खान की रेस 3 हो या भारत हो या फिर अक्षय कुमार की बेलबाटम हो।

वहीं, आयुष्मान खुराना की आर्टिकल 15 और अंधाधुंध और राजकुमार राव की स्त्री जैसी सफल फिल्मों ने और बड़े सितारों की फ्लाप फिल्मों ने निर्माताओं को यह बात अच्छे से समझा दी कि फिल्म की असली जान कहानी है। इसके बाद कहानी को लेकर सतर्कता बरती जाने लगी। हाल में रिलीज फिल्में जैसे बधाई दो, झुंड, जर्सी, केजीएफ 2, आदि फिल्मों में अच्छी कहानी का समावेश देखने को मिला।

चूंकि दक्षिण में बनीं फिल्में ज्यादातर अच्छी कहानी पर आधारित होती हैं, इसलिए वहां की कई फिल्में सुपर हिट हैं फिर चाहे वह केजीएफ हो, बाहुबली या पुष्पा हो। दक्षिण की तकरीबन हर फिल्म में अलग कहानी देखने को मिली है। इस कारण बालीवुड के कई निर्माता अच्छी कहानी के अभाव के कारण दक्षिण की फिल्मों की कहानियों पर निर्भर हो गए हैं। वे दक्षिण की फिल्मों के अधिकार खरीद कर बालीवुड में फिल्में बना रहे हैं।

आने वाली फिल्मों की कहानियों पर निगाह…

2022 और 2023 में कई फिल्में रिलीज होने जा रही हैं। इनकी कहानी काफी हटकर है। अक्षय कुमार की रामसेतु की कहानी भगवान राम द्वारा बनाए गए पुल रामसेतु पर आधारित है। अजय देवगन, अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म रनवे 34 एक ऐसे पायलट की कहानी है जो अपनी जान खतरे में डालकर यात्रियों की जान बचाता है। कार्तिक आर्यन और कियारा आडवानी की फिल्म भूल भुलैया 2 की कहानी भूत प्रेत आत्मा पर आधारित है जोकि हारर कामेडी फिल्म है।

शाहरुख खान की आगामी फिल्म पठान की कहानी पुलिस, मुजरिम और अपराध के बीच बुनी गई अपराध कहानी है। आलिया भट्ट, रणबीर कपूर, अमिताभ बच्चन अभिनीत ब्रह्मास्त्र की कहानी शिवजी के ब्रह्मास्त्र पर आधारित है, जिसे आधुनिक तरीके से पेश किया गया है। अक्षय कुमार की रक्षा बंधन की कहानी भाई-बहन के प्रेम पर आधारित एक पारिवारिक कहानी है। प्रभास की आने वाली फिल्म आदिपुरुष की कहानी रामायण पर आधारित है। रणवीर सिंह की फिल्म जयेश भाई जोरदार एक ऐसे परिवार की कहानी है जहां पर लड़कियों का जन्म शाप माना जाता है।

वरुण धवन की फिल्म भेड़िया कामेडी हारर फिल्म है। अजय देवगन की फिल्म मैदान की कहानी खिलाड़ियों के जीवन पर आधारित है। आयुष्मान खुराना और तापसी पन्नू की फिल्म अनी की कहानी एक अलग तरह की पेशकश है। संजय दत्त की द गुड महाराजा फिल्म की कहानी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित है। इसी तरह छोरी अलग तरह की डरावनी फिल्म है। रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल की कहानी मारधाड़ पर केंद्रित है।

टाइगर श्राफ की फिल्म गणपत की कहानी मारधाड़ और भावनाओं पर आधारित है। आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा की कहानी पांच दशकों की अहम घटनाओं पर आधारित है। इसमें आमिर खान बचपन से लेकर बुढ़ापे तक के किरदार में नजर आएंगे।

कंगना रनौत की फिल्म धाकड़ की कहानी एक्शन से भरपूर है। इस फिल्म में कंगना बदला लेते नजर आएंगी। सलमान खान सूरज बड़जात्या की पारिवारिक फिल्म में काम करते नजर आएंगे। टाइगर श्राफ हीरोपंती 2 में एक अलग तरह की कहानी के साथ नजर आएंगे। रितिक रोशन और सैफ अली खान अभिनीत विक्रम वेदा बेताल पच्चीसी लोक कथाओं पर आधारित है।

कहना गलत ना होगा कि दो साल से फिल्म उद्योग ने जो नुकसान उठाया है वह इन बेहतरीन फिल्मों के जरिए फायदे में बदलने की पूरी संभावना है। आने वाली फिल्मों की कहानियों में कई तरह की विविधता देखने को मिलने वाली है। जो फिल्म उद्योग में नई क्रांति लाएगी।