फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई ने 2 जुलाई को अपनी डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ का पोस्टर शेयर किया। पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है।इसके अलावा उनके एक हाथ में LGBTQ समुदाय का झंडा दिखाया नजर आता है। मां काली के इस रूप को देखते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा, जिसके बाद देश भर में फिल्म का विरोध हुआ। और अब लीना मणिमेकलई के ऊपर FIR भी दर्ज की गई है। इसके अलावा अब ट्विटर से भी लीना मणिमेकलई के इस पोस्टर को हटा दिया गया है।

इसी बीच फिल्म की डायरेक्टर लीना ने एक और पोस्ट ट्वीट किया है जिसमें भगवान शिव और मां पार्वती का रोल कर रहे एक्टर्स को धूम्रपान करते दिखाया गया है। अब इस पर बॉलीवुड एक्टर से लेकर बड़े बड़े राजनेता तक अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। अब हाल ही में आजमगढ़ से नवनिर्वाचित सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

निरहुआ ने लीना मणिमेकलई साधा निशाना: न्यूज 18 की रिपोर्टर ने हाल में निरहुआ से सवाल किया कि स्मोकिंग काली पोस्टर को लेकर कई विवाद हुए अब इस पोस्टर के बाद फिल्म की डायरेक्टर लीना ने एक और विवादित पोस्टर शेयर किया है, जिसमें मां दुर्गा को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है इन पोस्टर्स से आपको क्या लगता है धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली चीजे की जा रही हैं? रिपोर्टर रचना उपाध्याय के सवाल का जवाब देते हुए दिनेश लाल यादव कहते हैं कि मुझे लगता हैं कि हर व्यक्ति को यह समझना चाहिए आप चाहें डायरेक्टर हो या प्रोड्यूसर हो, आप एक्टर हो आप कोई भी हो। अगर आप हर धर्मों का आदर नहीं कर सकते तो कम से निरादर नहीं करना चाहिए। होना तो यह चाहिए कि आप सबका आदर करें।

हमारी आस्था का निरादर मत कीजिए: लोग सभी धर्मो का आदर करते हैं। लेकिन अगर आपको ऐसा लगता हैं कि आपको हमारी आस्था से परहेज है और हमारी आस्था में आपको रुची नहीं है तो कोई बात नहीं बस निरादर मत कीजिए। हमारी भावनाओं को आहत मत कीजिए। मैं इस फिल्म की डायरेक्टर लीना से कहना चाहूंगा कि ऐसी चीजें मत कीजिए। इस तरह से आप समाज को गलत संदेश दे रही हैं और इससे क्या होगा कि समाज में लोग आपस में भिड़ने लगते हैं अगर ऐसा होता हैं तो इसकी जिम्मेदार आप होगीं।

काली डायरेक्टर फ़िल्ममेकर नहीं धर्मब्रेकर है: निरहुआ ने आगे कहा कि यह किसी एक व्यक्ति की मानसिकता हो सकती है। ये किसी पूरे धर्म की सोच नहीं। अगर कोई हिंदू धर्म का एक भी व्यक्ति इस्लाम के खिलाफ कुछ बोलता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि हर हिंदू की ऐसी मानसिकता है। अगर कोई मुस्लिम व्यक्ति हिंदू देवी देवताओं के बारे में इस तरह की बात करता है तो जरूरी नहीं पूरे इस्लाम धर्म के लोगों की यह सोच होगी। किसी एक व्यक्ति की ऐसी सोच है तो इसे उस व्यक्ति तक ही सीमित रहने दिया जाए, और ऐसे लोगों को समझाना चाहिए और मुझे लगता है कि लीना मणिमेकलई फिल्ममेकर नहीं धर्मब्रेकर हैं।

अनुपम खेर ने भी लीना पर साधा निशाना: के साथ अनुपम खेर ने भी फिल्ममेकर लीना पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर मां काली की फोटो शेयर की है। इसके साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा कि शिमला में एक बहुत ही प्रसिद्ध मां काली का मंदिर है, कालीबाड़ी। बचपन में कई बार जाता था। बूंदी के प्रसाद और मीठे चरणामृत के लिये। मंदिर के बाहर एक साधु/फकीर टाइप बार बार दोहराता था। ‘जय माँ कलकत्ते वाली… तेरा श्राप ना जाये खाली..’ आजकल उस साधु और मंदिर की बहुत याद आ रही है।