केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में किसान बीते 11 महीनों से दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हुए हैं। उनकी मांग है कि जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती है, वह आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने भी कहा कि अगर यह आंदोलन 10 साल चलेगा तो इसे 10 साल भी चलाया जाएगा। किसान आंदोलन को लेकर न्यूज 18 के डिबेट शो ‘देश नहीं झुकने देंगे’ में भी चर्चा की गई, जहां न्यूज एंकर ने भाजपा प्रवक्ता से सवाल किया कि आपकी सरकार सड़कें खुलवाने के लिए क्या कर रही है?
डिबेट शो में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने जवाब में राजस्थान और कांग्रेस का जिक्र किया और कहा, “कानून व्यवस्था प्रदेश सरकारों का एक विषय होता है और आप जानते हैं कि हनुमानगढ़ में किसानों पर लाठीचार्ज हुआ, जिससे उसकी जिम्मेदारी वहां की सरकार की बनती है। पंजाब के मोगा में भी किसानों के सिर फोड़ दिए गए, वहां कांग्रेस की सरकार है।”
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने अपने बयान में आगे कहा, “उत्तर प्रदेश में मंत्री का बेटा ही क्यों न हो, वह जेल की सलाखों के पीछे सड़ रहा है। सर्वोच्च न्यायालय ने भी यह कह दिया है कि किसी का अधिकार नहीं है कि सड़क पर आप जाम लगा दें और आम जनता को असुविधा हो।” उनकी बात पर न्यूज एंकर अमन चोपड़ा ने कहा, “वो किसानों को नहीं कहा है।”
न्यूज एंकर ने भाजपा प्रवक्ता को जवाब देते हुए आगे कहा, “सर्वोच्च न्यायालय ने सड़कें साफ करवाने के लिए जो कहा है, वह खुद साफ करने नहीं आएंगे। 11 महीने हो गए हैं, या नहीं हो पाएगा? आप कह दीजिए कि हमसे नहीं हो पाएगा, राज्य देख ले, हमसे कोई मतलब नहीं है।” न्यूज एंकर की बात पर गौरव भाटिया ने कहा, “आपको भी समझना होगा कि पंजाब से किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर आंदोलनकारी चला रहे हैं।”
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने अपने बयान में आगे कहा, “वहां कानून बनाने की जिम्मेदारी पंजाब सरकार की है।” उनकी बात पर तंज कसते हुए न्यूज एंकर ने कहा, “आपसे उम्मीद न करूं?” वहीं गौरव भाटिया ने कहा, “जहां हमारी जिम्मेदारी है, वहां हम सुनिश्चित करेंगे। लेकिन जिस तरह से मैंने आपको पंजाब और राजस्थान के उदाहरण दिये, वहां तो वहां की सरकारें ही करेंगी ना।”