मुनव्वर राणा के फ्रांस हमले पर विवादित बयान और मथुरा में मंदिर में नमाज पढ़ने को लेकर न्यूज़ 18 इंडिया की आर-पार में डिबेट में एंकर अमीश देवगन हिन्दू-मुस्लिम की बात पर एकदम से गुस्सा हो गए। इस डिबेट में भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा, इस्लाम के जानकार मौलाना साजिद रशीदी भी थे। दरअसल अमीश देवगन ने मुनव्वर राणा के विवादित बयान को लेकर मौलाना साजिद रशीदी से सवाल पूछा था।

इस पर मौलाना साजिद रशीदी कहने लगे,’हमें विवादित कार्टून बनाने वाले की सजा को लेकर नहीं बोलना चाहिए। अगर हम बोलें तो हमारे ऊपर एनएसए लगना चाहिए, देशद्रोह का केस लगना चाहिए। क्योंकि इस्लाम और मुसलमान पर यहां बात नहीं होनी चाहिए। यहां सिर्फ बात होगी नफरत की, बात होगी हिन्दू-मुस्लिम को लड़ाने की।’ मौलाना साजिद रशीदी की इस बात पर एंकर अमीश देवगन भड़क गए।

अमीश देवगन बोले,’क्या हिन्दू-मुसलमान करते रहते हैं। कई लोग मुझे बोलते हैं बड़ा हिन्दू-मुसलमान होने लग गया इस देश में। लुटियंस दिल्ली,साउथ दिल्ली और साउथ मुंबई के पॉश घरों में रहने वाले, अरबों-करोड़ों के घर में रहने वाले लोग कहते हैं वाइन(शराब) पीते हुए कि इस देश में बहुत हिन्दू-मुस्लिम हो रही है। मेरे प्यारे दोस्तों हिन्दू-मुसलमान की आप बात करते हैं, इस देश का विभाजन हिन्दू-मुसलमान के नाम पर हुआ था 1947 में। भूल जाते हैं आप 1990 के अंदर एक पूरी कौम को कश्मीरी पंडितों को अपने घर से बेघर कर दिया था हिन्दू-मुसलमान के नाम पर।’

अमीश देवगन ने आगे कहा,’ 47 और 90 मैने दो बड़े उदाहरण बताए, मेरे पास और दस उदाहरण हैं , ये डिबेट कम पड़ जाएगी आप लोग हिन्दू-मुसलमान के विषय को भूल नहीं पाएंगे, छोड़ नहीं पाएंगे। और ये कहना 2014 से, जबसे नरेन्द्र मोदी आया है, तबसे हिन्दू-मुसलमान होने लग गया है तो मैं कहना चाहूंगा ये हिन्दू-मुसलमान 1947 में भी हुआ था तब कौन-सा नरेन्द्र मोदी वहां था। तब कौन-सी आरएसएस और बीजेपी थी वहां पर। तब कौन-सा अमीश देवगन वहां जाकर खड़ा हुआ था, तब कौन-से न्यूज़ चैनल थे।’

उन्होंने आगे कहा-‘ सभी लोगों से मैं कहना चाहता हूं हिन्दू-मुसलमान इस देश में 1947 में हुआ था। 1947 में ट्रेनें कटकर आई थीं। आप हिन्दू मुसलमान की बात करते हैं गोधरा जब हुआ था तब कौन-सा हिन्दू-मुसलमान नहीं हुआ था। हम हिन्दू-मुसलमान की बात करते हैं, ये है हिन्दू-मुसलमान की सच्चाई।’