न्यूज 18 इंडिया की लाइव डिबेट में अमिश देवगन के सामने बीजेपी नेता केके शर्मा और कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत की तीखी बहस शुरू हुई। इस बीच AIMIM नेता असीम वक़ार ने भी जब कांग्रेस लीडर से एक सवाल किया तो सुप्रिया श्रीनेत बिफरती हुई नजर आईं। डिबेट में AIMIM नेता असीम वक़ार ने भी जम कर कांग्रेस पार्टी पर अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने इस दौरान पूछा- ‘क्या हम सोनिया गांधी के घर सब्जी लाने के लिए हैं?’
डिबेट में एंकर अमिश बीजेपी नेता केके शर्मा से पूछते हैं कि- ‘कांग्रेस कह रही है कि हमारे पास बड़े सारे मुद्दे हैं, अगर हमारा घर ठीक नहीं है तो आपका भी घर ठीक नहीं है।’
इस पर केके शर्मा कहते हैं- ‘जिसके घर में आग लगी है वो आग बुझाने की बजाय दूसरों के घरों में झांक रही हैं। मुझे आश्चर्य हुआ कि आपने कहा कि सुप्रिया श्रीनेत यूपी से चुनाव लड़ी थीं, वहां की नेता हैं। वास्तविक स्थिति क्या है, यूपी में एक कहावत है- ‘सूप तो सूप, छलनी भी बोले’ जहां 30 साल से उत्तर प्रदेश की जनता ने इनको बाहर कर रखा है।’
बीजेपी नेता की इस बात पर सुप्रिया श्रीनेत भड़क जाती हैं और कहती हैं कि ‘आप बिना पढ़ाई के आए हैं।’ अमिश आगे AIMIM नेता की बात दोहराते हुए सुप्रिया श्रीनेत से पूछते हैं- ‘मुख्यमंत्री बनाने के नाम पर प्रधानमंत्री बनाने के नाम पर ‘आप जीरो बटे सन्नाटा’।’
जब हम चुनाव लड़े तो हम बीजेपी के एजेंट और जब हम अपने हक़ की बात करें तो हमारे सवाल बेतुके: असीम वक़ार(AIMIM) #आर_पार #UPElections2022 #UPPoltics #BJP #SP #BSP #AIMIM @AMISHDEVGAN @syedasimwaqar pic.twitter.com/YkJye9QWTU
— News18 India (@News18India) July 1, 2021
इस पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत का जवाब सामने से आता है- ‘जब आप सरकार में होते हैं तो आपका वोटर या समर्थक हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई नहीं होते आप सिर्फ जनता के लिए काम करते हैं। जनता होती है, जनता के हितों के लिए काम करना होता है। मैं यहां इसलिए इन बेतुके सवालों का जवाब दे रही हूं, वोटर जनता ही है।’
सुप्रिया श्रीनेत के जवाब के बाद AIMIM नेता असीम वक़ार कांग्रेस लीडर से कहते हैं- ‘जब हम चुनाव लड़ें तो हम बीजेपी के एजेंट! और जब हम अपने हक की बात करें तो हमारे सवाल बेतुके, हम किस काम के अब? क्या हम सोनिया गांधी जी के घर सब्जियां लाने के लिए हैं? हम बर्तन धोने के लिए हैं, गाड़ी चलान के लिए ड्राइवर हैं? कांग्रेस पार्टी जवाब दे।’
सुप्रिया श्रीनेत की बात पर ढेरों लोगों के रिएक्शन सामने आने लगे। एक यूजर ने कहा- ‘कांग्रेस के शासनकाल में किसानों ने बहुत आत्महत्या है कीं। तब तो कांग्रेस ने कोई मुद्दा नहीं उठाया, तब तो चीख-चीख कर और बदतमीजी से नहीं बोली सुप्रिया? क्या कांग्रेस शासित राज्यों में तुमने कोई टैक्सों में कटौती करी है? बड़े आए आम आदमी की हितैषी।’
मयंक मिश्रा नाम के यूजर ने कहा- वाह किस मुंह से ये बात कह रही हैं आप श्रीनेत जी। अग्निहोत्री नाम के यूजर ने कहा- सही बात। लेकिन फिर शीर्ष पद पर आसीन व्यक्ति द्वारा यह कैसे कह दिया जाता है कि देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है। जनता जनता में भेदभाव कैसा और क्यों ?