न्यूज 18 इंडिया की लाइव डिबेट के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत बुरी तरह से संबित पात्रा पर बिफरती दिखीं। सुप्रिया श्रीनेत ने डिबेट के बीच तेज स्वर में अमिश देवगन से कहा कि ‘मैं पहले ही बता देती हूं कि अगर मेरे नेताओं के खिलाफ कोई व्यक्तिगत टिप्पणी या लूज भाषा का प्रयोग किया जाएगा, तो मैं 10 गालियां इनको और इनके नेताओं को दूंगी। इनको चेतावनी दे रही हूं। यहां बैठकर मैं लालप्पो करने या सुनने नहीं आई हूं, गालियां मुझे भी देनी आती हैं। मेरे नेताओं को आदर के साथ कहना।’

इस पर संबित पात्रा चुटकी लेते हुए कहते हैं जी आपको आती है गाली। संबित पात्रा हाथ जोड़ते हुए कहते हैं कि ये आपकी डिक्शनरी में है ये मैं जानता हूं। जवाब देते हुए श्रीनेत कहती हैं- जी हां बहुत अच्छी बात है मेरे बारे में आपने इतना पता कर लिया। पात्रा कहते हैं कि आपने खुद ही बताया है। इस पर जवाब देते हुए कांग्रेस लीडर कहती हैं- आगे से मत कहिएगा क्योंकि अगर मैं आपकी असलियत बताने पर आई तो मुश्किल हो जाएगा।

पात्रा कहते हैं- जी मैडम हम सब जानते हैं। सुप्रिया भी जवाब में कहती हैं- अच्छी बात है जो जानते हो तो, अच्छा है डर गए हो तो। डिबेट में एक वक्त ऐसा भी आया जब संबित पात्रा ने नेहरु पर बोलना शुरू किया तो झट से कांग्रेस नेता तीखे स्वर में अपना पक्ष रखने लगीं। सुप्रिया श्रीनेत संबित पात्रा के लिए कहती हैं- ‘नेहरू के बारे में वो लोग न बोलें जिन्होंने न कभी भारतीय झंडा उठाया, न कभी आजादी की लड़ाई लड़ी। पंडित नेहरू 9 साल जेल में रहे।’

सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देख कर ढेरों लोगों के रिएक्शन भी सामने आने लगे। कालिंदी नाम की एक यूजर ने कहा- भाजपा और संघ के सब नेताओं के व्यक्तित्व कृतित्व को एक साथ जोड़ दिया जाए तो भी जवाहरलाल नेहरू जी के घुटने के बराबर भी नहीं पहुंचेंगे।

प्रमोद नाम के यूजर बोले- आजादी की लड़ाई सिर्फ कांग्रेस ने लड़ी है क्या? उन लाखों लोगों का क्या जिन्होंने शहादत दी आजादी के लिए? करोड़ों लोगों के संघर्ष के कारण देश आजाद हुआ। उसमें सबके पूर्वजों ने लड़ाई लड़ी सिर्फ कांग्रेस ने नहीं। नेहरू जी ने भगत सिंह को बचाने के लिए क्या किया था? ये बता दीजिए?

आनंद नाम के यूजर बोले- इनसे नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी के ऊपर डिबेट करवाओ और ये पूछो कि नेताजी को युद्ध अपराधी किस आधार पर लिखते रहे आजादी के इतने सालों बाद तक! साथ ही इनसे ये भी पूछो कि आजादी मिली थी या सत्ता का हस्तांतरण हुआ था, भारतीय संसद में आज भी दो सीट एंगलो इंडियन के लिए खाली क्यों?