News 18 इंडिया की लाइव डिबेट पर अमिश देवगन के सामने बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा और आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता कुलदीप कुमार के बीच तीखी बहस होती नजर आई। कोरोना संकट में दिल्ली के हालातों पर सवाल उठाते हुए बीजेपी नेता नूपुर ने आप पार्टी के लीडर से कुछ सवाल कर डाले। बीजेपी प्रवक्ता नुपूर शर्मा ने कहा- ‘मुफ्त बिजली और मुफ़्त पानी दिल्ली को इतनी महंगी पड़ी कि उनके पास मुफ़्त की ऑक्सीजन रखने की जगह भी नहीं बची।

लाइव डिबेट में अमिश देवगन ने सवाल पूछा- ये ‘मुफ्त’ वाली राजनीति किसलिए? क्योंकि सरकार अपना काम नहीं कर पा रही! और अधिक्तर प्रदेशों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, क्या आप फेल हो गए हैं? या आपको फेल करार दिया जा रहा है? ऐसे में बीजेपी की प्रवक्ता जवाब में कहती हैं- ‘अगर सबसे पहले दिल्ली की बात करें तो मैं कहना चाहूंगी कि मुफ्त पानी और मुफ्त बिजली दिल्ली को इतनी महंगी पड़ गई कि जब ऑक्सीजन भी आपको मुफ्त की दी गई तो आपके पास स्टोरेज फेसलिटी तक नहीं थी।’

उन्होंने आगे कहा- ‘अस्पताल चिल्लाते रह गए। इतना सा काम करना था वो आपसे हुआ नहीं। और जैसे ही सर्वोच्य न्यायालय में ऑडिट कराया गया कि देखें आखिर इतनी ऑक्सीजन तुम कहां बर्बाद कर रहे हो तो कहते अरे अरे फालतू है हमारे पास ले जाओ।’

तभी अमिश देवगन बीजेपी प्रवक्ता से कहते हैं कि देखिए विषय यह नहीं है- चर्चा हो रही है कि लाशों पर भी सियासत हो रही है। अवसर तलाशे जा रहे हैं। कोरोना की लड़ाई मुफ़्त कफ़न, लकड़ी पर आ चुकी है! इस पर कांग्रेस के प्रवक्ता आचार्य प्रमोद कृष्णम कहते हैं- फ्री कफ़न और फ़्री लकड़ी देने की बात दिल दुखाने वाली है। देना है तो फ़्री में वैक्सीन, दवाइयां और इलाज दें। इस पर नूपुर शर्मा ने कहा- झारखंड में सबसे ज्यादा वैक्सीन की बर्बादी की गई है। राहुल गांधी अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की बैसाखी का सहारा लेकर ‘टूलकिट’ के अनुसार काम कर रहे हैं।

तभी कांग्रेस प्रवक्ता कहते हैं- श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए शवों की लाइन लगी थी आप इस सत्य को नकार नहीं सकते। आप सात साल से सत्ता में हैं आपको जवाब देना होगा, सवाल पूछने वाले को ये देशद्रोही बता देते हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता कुलदीप ने कहा कि आप पार्टी लाशों पर राजनीति नहीं करती है।

ऐसे में अमिश आप नेता से सवाल करते हैं कि आपसे बहुत सीधा सा सवाल है कि आप पार्टी ने शवों को लकड़ी देने का काम किया है ये अच्छा काम है लेकिन उसमें पोस्टर बैनर लगा कर झंडे लगा कर आप ये काम कर रहे हैं? यानी कि क्या आप भी लाशों पर राजनीति कर रहे हैं?

इस पर आप पार्टी के नेता कहते हैं- देखिए जो लोग मां गंगा का नाम लेकर आए थे, जो उत्तर प्रदेश में खुद को संन्यासी बताते हैं, जो लोग हिंदुओं का खुद को रक्षक बताते हैं, वो लोग गंगा के किनारे जो लाशे हैं और दफ्नाई जा रही हैं, उन्हें वह लकड़ियां तक मुहैया नहीं करा पाए। तो ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का एक मिनट भी अधिकार नहीं है। आप न उनको ऑक्सीजन दे पाओगे, न बेड दे पाओगे। जब उनकी मृत्यु हो जाएगी तो  आप उनको कफन भी नहीं दे पाओगे, लकड़ी भी नहीं दे पाओगे। लेकिन जो लोग उनको कफन और लकड़ी दे रहे हैं, जो लोग दवाइयों और ऑक्सीजन का इंतजाम करेंगे, आप उनपर मुकदमें दर्ज करने का काम करेंगे।