Neetu Kapoor Birthday: बॉलीवुड एक्ट्रेस नीतू कपूर 8 जुलाई को अपना जन्मदिन मनाती हैं। नीतू कपूर बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री का बड़ा नाम हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि नीतू कपूर को स्टार बनाने के लिए उनकी मां ने खूब संघर्ष किया। नीतू कपूर की नानी और मां दोनों ही तवायफ थीं, नीतू की नानी तो उस जिंदगी को अपना लिया था मगर उनकी बेटी और नीतू की मां ने उस नर्क की दुनिया से निकलने का फैसला कर लिया था, न सिर्फ वो वहां से निकलीं बल्कि बेटी को सुपस्टार भी बनाया। आइए जानते हैं तवायफ की बेटी के स्टार बनने का किस्सा।
शुरुआत होती है हरजीत सिंह नाम की 10 साल की लड़की से जिसके रिश्तेदारों ने उसे कोठे में बिठा दिया था, और ऐसा करने वाले कोई और नहीं बल्कि हरजीत के चाचा-चाती थे। हरजीत ने बाद में कोठे के दलाल फतेह सिंह से शादी की मगर फिर भी वो कोठे में काम करती रहीं। दोनों की एक बेटी हुई जिसका नाम रखा गया राजी सिंह। राजी सिंह जब बड़ी हुईं तो उन्हें भी वही सब करना पड़ा, मगर उसके ख्वाब बड़े थे वो फिल्म इंडस्ट्री की हीरोइन बनना चाहती थी। जब राजी ने अपने मां-बाप के सामने ये ख्वाब रखा तो उन्होंने राज़ी की खूब पिटाई की।
चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर से नीतू कपूर ने शुरू किया था करियर
14 साल की उम्र से राज़ी भी ये धंधा करने लगीं मगर 22 साल की उम्र में अपना ख्वाब लिए वो दिल्ली भाग गईं। यहां वो एक मिल में काम करने लगीं और मिल में काम करने वाले दर्शन सिंह से शादी कर ली। दोनों की एक बेटी हुई जिसका नाम उन्होंने हरनीत सिंह रखा, हरनीत ही आगे चलकर नीतू कपूर के नाम से मशहूर हुईं। हरनीत जब 5 साल की हुई तो उसके माता-पिता उसे लेकर मुंबई आ गए। इस बीच राजी सिंह अपने लिए रोल ढूंढ़ती रहीं मगर उन्हें निराशा हाथ लगती। उन्हें समझ आ गया कि उनके लिए अब उम्र निकल चुकी है फिर क्या था राज़ी ने अपनी बेटी को हीरोइन बनाने की कोशिश शुरू कर दी। उनकी कोशिश रंग लाई और राजश्री प्रोडक्शन में हरनीत कौर को चाइल्ड एक्ट्रेस के तौर पर चुन लिया। फिल्मों में हरनीत कौर को नाम मिला बेबी सोनिया का।
बेबी सोनिया की पहली फिल्म हिट रही फिर उन्हें काम मिलने लगे। उन्होंने दस लाख, दो दुनी चार और दो कलियां जैसी फिल्मों में काम किया और खूब तारीफें बटोरी। बेबी सोनिया ने फिल्म दो कलियां में डबल रोल भी निभाया था। इस फिल्म का गाना ‘बच्चे मन के सच्चे’ खूब हिट हुआ था जिसे लता मंगेशकर ने आवाज दी थी। बेबी सोनिया के रोल में हरनीत कौर हिट रहीं मगर उनकी मां को लगा कि कहीं उनकी बेटी सिर्फ चाइल्ड आर्टिस्ट बनकर ही न रह जाए।
3 साल के लिए राजी अपनी बेटी के साथ गायब हो गईं, साल 1973 में राजी अपनी बेटी के साथ वापस आईं। उन्होंने बेटी को नाम दिया नीतू सिंह का। बेबी सोनिया को लोग भूल गए और नीतू सिंह बेटी के नाम से हरनीत ने रणधीर कपूर के साथ पहली फिल्म भी की जिसका नाम था रिक्शावाला। ये फिल्म फ्लॉप गई मगर राजी सिंह ने हार नहीं मानी। बेटी पर फ्लॉप का ठप्पा न लेगे इसलिए उन्होंने नीतू सिंह का बोल्ड फोटोशूट कराया, जब ये तस्वीरें मैगजीन्स में छपी तो उन्हें साइन करने के लिए लोगों की लाइन लग गई। 1973 में ही नीतू सिंह फिल्म आई यादों की बारात और इस फिल्म से उनका करियर चल निकला।
प्यार और शादी के चक्कर में छोड़ दिया करियर
नीतू कपूर और ऋषि कपूर ने साथ में कई फिल्में की। खेल खेल में, दो दुनी चार, दूसरा आदमी, रफू चक्कर, पति-पत्नी और वो, झूठा कहीं का और अमर अकबर एंथनी जैसी कई फिल्मों में साथ काम किया और दोनों में प्यार हो गया। नीतू, ऋषि कपूर से शादी करना चाहती थीं मगर उनकी मां राज़ी को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। कपूर खानदान की बहुए फिल्मों में काम नहीं करती थीं और नीतू की मां नहीं चाहती थीं कि नीतू अपना बना बनाया करियर और स्टारडम छोड़कर ऋषि कपूर से शादी करें। मगर बेटी के प्यार के आगे वो हार गईं और साल 1980 में नीतू कपूर और ऋषि कपूर की शादी हो गई। अन्य कपूर खानदान की बहुओं की तरह नीतू कपूर ने भी फिल्में छोड़ दीं और परिवार देखने लगीं।
ऋषि कपूर के निधन के बाद नीतू कपूर ने फिल्मों में काम करना फिर से शुरू किया है। नीतू कपूर के दो बच्चे हैं- रिद्धिमा कपूर और रणबीर कपूर। नीतू कपूर अब नानी और दादी दोनों बन चुकी हैं।
