कृषि कानूनों के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों के किसान पिछले 7 महीने से दिल्ली के बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों और भाजपा नेताओं के बीच झड़प के बाद मामला गरमा गया है। इसी बीच वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है।

फेसबुक पर अपनी पोस्ट में रवीश कुमार ने लिखा है कि ‘जब किसान आंदोलन कर रहे थे तब सरकार ने कीलें बिछवा दी थीं। कंटीले तार लगा दिए थे और गड्ढे खुदवा दिए थे। अब ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कर्मचारी सरकार के फैसले के खिलाफ विरोध करना चाहते हैं तो सरकार अध्यादेश लेकर आई है।’

रवीश कुमार ने सरकार को खरी-खोटी सुनाते हुए लिखा ‘सरकार एक अध्यादेश लेकर आई है। उसके मुताबिक अगर कोई हड़ताल में शामिल होता है तो एक साल की जेल होगी। हड़ताल के लिए चंदा देने पर 2 साल की जेल हो सकती है।’ रवीश कुमार ने अपनी पोस्ट में अखिल गोगोई का जिक्र करते हुए लिखा कि ‘एनआईए कोर्ट ने अखिल को सारे आरोपों से बरी कर दिया है। हालांकि फर्जी मामले में किसी को आतंकी धारा में जेल में बंद रखना अब किसी को बुरा नहीं लगता है।’

‘पोस्टर में उड़ा रहे जनता का पैसा’: एक अन्य पोस्ट में उन्होंने वैक्सीन संकट को लेकर सरकार को निशाने पर लिया। कोविड वैक्सीन की किल्लत से जुड़ी एक खबर साझा करते हुए उन्होंने लिखा, ‘जनता के टैक्स का पैसा पोस्टर लगवाने में उड़ाया जा रहा है…धन्यवाद मोदी जी लिखने के लिए। दूसरी तरफ टीका केंद्र फिर उसी हालत में पहुंच गए हैं।’

बीजेपी के अज्ञात कार्यकर्ताओं पर एफआईआर: आपको बता दें कि 2 दिन पहले ही गाजीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों और कथित बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने आरोप लगाया था कि बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की तरफ से जानबूझकर उनका मंच कब्जाने की कोशिश की गई थी।

इस मामले में पहले बीजेपी की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई थी। अब किसान यूनियन के नेताओं की चेतावनी के बाद पुलिस ने बीजेपी के अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली है।