एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी इंडस्ट्री के वर्सेटाइल एक्टर हैं, जिन्होंने अपने करियर में हर तरह का किरदार निभाया है। उन्होंने ‘डेव डी’ के गाने ‘इमोशनल अत्याचार’ से सबको हैरान कर दिया था। हालांकि इस गाने को शूट करने का उनका अनुभव अच्छा नहीं था, क्योंकि उन्हें डांस नहीं आता था। अब उन्होंने शादियों में एक्टर्स की परफॉर्मेंस को लेकर बयान दिया है, उन्होंने उन एक्टर्स की तुलना भांड से की है।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि जब ‘देव डी’ की रिलीज के बाद गाना ‘इमोशनल अत्याचार’ मशहूर हुआ तो वो काफी हैरान हुआ, क्योंकि सेट पर इसे शूट करने का उनका अनुभव बहुत अच्छा नहीं रहा। ऑल अबाउट ईव यूट्यूब चैनल के साथ खास बातचीत में उनसे पूछा गया कि अगर उन्हें मौका मिला तो क्या वो कभी शादी में परफॉर्म करेंगे?
इस सवाल पर नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा, “हां, क्यों नहीं? उसमें गलत क्या है? ये हमारे प्रोफेशन का हिस्सा है, लोगों को शिकायत होती है अगर एक्टर्स शादियों में नाचते हैं, लेकिन क्या प्रॉब्लम है? आखिरकार, हम सभी हैं तो ‘भांड’ ही। क्या आप जानते हैं कि अतीत में, ‘भांडों’ को सभ्य समाज में घुलने-मिलने की अनुमति नहीं थी? उन्हें अयोग्य समझा जाता था; उन्हें ऐसे लोगों के रूप में देखा जाता था जिनकी कोई विचारधारा या धारणा नहीं था। उन्हें गांवों के बाहर टेंट में रखा जाता था। उन्हें केवल परफॉर्म करने के लिए अंदर जाने की अनुमति दी जाती थी, और फिर उन्हें वापस भेज दिया जाता था।”
नवाज ने कहा कि अब एक्टर अमीर और सुसंस्कृत हो गए हैं, इसलिए उन्हें लगता है कि वे सामान्य समाज का हिस्सा हैं। लेकिन दिल से वे बाहरी लोग हैं जो समाज में फिट होने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब लोग शादियों में नाचने के लिए उनसे सवाल करते हैं तो उन्हें बुरा लगता है, लेकिन ‘भांडगिरी’ जारी रहती है।”
आपको बता दें कि ‘कॉफी विद करण’ में रणवीर सिंह और अक्षय कुमार ने पर्सनल इवेंट में परफॉर्म करने और इसे लेकर शर्मिंदगी महसूस न करने के बारे में बात की थी। रणवीर के बारे में बात करते हुए अक्षय ने कहा, “ये आदमी शादियों से निकलने वाला आखिरी इंसान है। शादी खत्म हो गई है, दूल्हा और दुल्हन जाना चाहते हैं, लेकिन वे नहीं जा सकते क्योंकि रणवीर अभी भी नाच रहा है। और जब तक वो सुबह 5 बजे जाने के लिए तैयार होता है, तब तक वे कुछ भी करने के लिए बहुत थक चुके होते हैं। इस आदमी के साथ रहना… दीपिका को सलाम।”