लखीमपुर खीरी में हिंसा के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा घटनास्थल के लिए निकली थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोककर हिरासत में ले लिया। प्रियंका गांधी को पुलिस हिरासत में 28 घंटे से ज्यादा का समय हो गया है। सोशल मीडिया से लेकर टीवी डिबेट्स तक में ये मुद्दा गरमाया है। टाइम्स नाऊ नवभारत की लाइव डिबेट में पत्रकार सुशांत सिन्हा और कांग्रेस नेता रत्नाकर त्रिपाठी के बीच तीखी बहस दिखी। सुशांत सिन्हा ने कांग्रेस नेता से पूछा कि राजस्थान में भी पुलिस ने लाठीचार्ज किया है किसानों पर, तो प्रियंका गांधी वहां नहीं गईं? इस पर रत्नाकर त्रिपाठी ने जवाब दिया कि, ‘वहां पुलिस ने किसी जान तो नहीं ना ली।’

सुशांत सिन्हा ने इस डिबेट का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया और लिखा,’कांग्रेस प्रवक्ता से पूछा गया कि राजस्थान में पुलिस ने आज किसानों पर लाठियां बरसाई हैं, तो प्रियंका वाड्रा वहां कब जाएंगीं? ऐसे में जवाब मिला कि ‘पुलिस ने जान नहीं ना ले ली।’ मतलब किसान को राजस्थान पुलिस ने अभी जान से नहीं मारा है यह भी एहसान टाइप है। जान जाएगी तब प्रियंका जी जाएंगी’।

डिबेट के दौरान एंकर ने कांग्रेस नेता से पूछा- ‘रत्नाकर त्रिपाठी जी, कब जा रही हैं प्रियंका गांधी राजस्थान, किसानों के हक की आवाज उठाने? इसके जवाब में उन्होंने कहा- अरे हमारी सरकार है, जाए भाजपा वहां पर। सुशांत सिन्हा ने फिर पूछा- अच्छा कांग्रेस के राज्य में अगर किसानों को पुलिस मारे तो प्रियंका वाड्रा को फर्क नहीं पड़ता? भाजपा जाए वहां पर?

ऐसे में कांग्रेस नेता कहते हैं- कांग्रेस के राज्य में अगर किसान मारे जा रहे हैं तो आंदोलन करना चाहिए। पुलिस ने जान नहीं न ले ली। इस बात को सुन कर सुशांत सिन्हा कहते हैं- ओह तो जब जान जाएगी तब प्रियंका गांधी जाएंगी। यहां भी पुलिस ने जान नहीं ली है।’

गौरतलब है कि खीरी में हिंसा के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सीतापुर के रास्ते लखीमपुर के लिए रवाना हुई थीं। हालांकि पुलिस ने उन्हें घटनास्थल तक नहीं जाने दिया और बीच में ही हिरासत में ले लिया।