पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल पैदा हो गया है। हर तरफ इसके बारे में बात हो रही है लेकिन ये कोई नई बात नहीं है। ऐसे तनाव और दोनों देशों के रिश्ते पर फिल्में भी बन चुकी हैं। नसीरुद्दीन शाह जो अपने बेबाक बयानों के लिए जाते हैं और कई बार उन्हें देशद्रोही तक कहा गया है और इसके बारे में वो खुद भी बता चुके हैं। उन्होंने एक ऐसी फिल्म में भी काम किया है, जिसमें उनका रोल पाकिस्तानी गद्दार का था और उनके साथ आमिर खान थे, जो एक सच्चे देशभक्त दिखाए गए थे।
हम बात कर रहे हैं साल 1999 में आई फिल्म ‘सरफरोश’ की। जिसमें नसीरुद्दीन शाह ने गुलफाम हसन का किरदार निभाया था। इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह को नेगेटिव किरदार में दिखाया था। वो पाकिस्तान का गजल गायक गुलफाम हसन के रोल में थे, जो बाद में एक आतंकवादी बनकर सामने आता है। उन्हें इस रोल के लिए खूब सराहना भी मिली थी।
इस फिल्म को 2024 में 25 साल पूरे हुए और इस मौके पर इसे दोबारा रिलीज किया गया था। इस फिल्म में आमिर खान, भारत के सच्चे देशभक्त हैं, उन्होंने एसीपी अजय सिंह राठौड़ का किरदार निभाया है, जो एक ईमानदार पुलिस अधिकारी है। फिल्म में उनके और नसीरुद्दीन के कई दमदार सीन हैं जिन्हें आज भी लोग काफी पसंद करते हैं। ये फिल्म आतंकवाद और तस्करी जैसे गंभीर विषयों पर बनी है और इसमें इन मुद्दों को रियल अंदाज में दिखाया है।
फिल्म की खास बात
फिल्म को 8 करोड़ के बजट में बनाया गया था और इसने आज से 26 साल पहले 34 करोड़ का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था। फिल्म की शूटिंग का ज्यादातर हिस्सा राजस्थान में शूट किया गया था। ‘सरफरोश’ में जैसलमेर का मोहनगढ़ फोर्ट और मंदिर पैलेस भी दिखाया गया है। मगर इस फिल्म के लिए जिस चीज की सबसे ज्यादा चर्चा होती है वो है इसके क्लाइमैक्स में दिखाई गई हवेली। बताया जाता है कि वो एक पुरानी हवेली थी जो 50 सालों से बंद पड़ी थी, केवल इस फिल्म की शूटिंग के लिए उसे खोला गया था।
फिल्म का डायरेक्शन जॉन मैथ्यू ने किया था और वो अपने काम को बारीकी से करने के लिए जाने जाते थे। उन्होंने उस वक्त इस फिल्म को बनाने में पूरे 7 साल लगाए थे। आज जैसे संजय लीला भंसाली को लेकर कहा जाता है कि वो छोटी-छोटी डिटेलिंग पर ध्यान देते हैं, वैसे ही जॉन मैथ्यू भी थे। ये ही कारण है कि उनकी एक फिल्म को बनने में इतने साल लग गए।
बताया जाता है कि उन्होंने फिल्म की कहानी के लिए ग्राउंड लेवल पर काम किया वो महीनों तक राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में घूमे और चीजों को बारीकी से समझा। रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें इस फिल्म की कहानी का आइडिया खालिस्तान आंदोलन से आया था। देशभक्ति की भावना जगाने के लिए उन्होंने ऐसी फिल्म बनाने का फैसला लिया था।
रियल लाइफ में भी नसीरुद्दीन शाह को बताया जा चुका है देशद्रोही
इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह का किरदार पहले खुद को भारत का हितैषी दिखाता है और फिर अंत में पता चलता है कि वो वास्तव में दुश्मन है। कई लोगों को उनके किरदार के कारण नसीरुद्दीन शाह से भी नफरत हो गई थी। ये किरदार उनका बड़े पर्दे पर था मगर रियल लाइफ में वो एक हिंदुस्तानी ही हैं। हालांकि नसीरुद्दीन शाह के धर्मनिरपेक्ष बयान के कारण उन्हें ट्रोल देशद्रोही कह चुके हैं।
क्यों एक्टर को बताया गया था देशद्रोही?
साल 2018, 3 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कथित गोकशी को लेकर हुई मॉब लिंचिंग में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में नसीरुद्दीन शाह ने अपनी राय रखी थी। उन्होंने कहा था, ‘आज देश में पुलिस ऑफिसर की मौत से ज्यादा गाय को अहमियत दी जा रही है।’ उन्होंने कहा था, “हमने बुलंदशहर हिंसा में देखी कि मौजूदा समय में देश में एक गाय की मौत की अहमियत पुलिस ऑफिसर की जान से ज्यादा होती है।” उन्होंने आगे कहा था, “मुझे इस बात से भी डर लगता है कि अगर कहीं उन्मादी भीड़ ने मेरे बच्चों को कहीं घेर लिया और उनसे पूछा कि तुम हिन्दू हो या मुसलमान? तब उनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं होगा।” उनके इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया था, जिसके बाद अभिनेता ने रिएक्शन दिया था।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था, “मैंने पहले जो कहा था, वो एक चिंतित भारतीय के तौर पर था, मैंने ये पहले भी कहा है। मैंने इस बार ऐसा क्या कहा कि मुझे देशद्रोही कहा जा रहा है? ये बहुत अजीब है। मुझे आलोचना सहनी पड़ती है। अगर उन्हें आलोचना करने का अधिकार है, तो मुझे भी वही अधिकार है। मैं उस देश के बारे में चिंता व्यक्त कर रहा हूं, जिससे मैं प्यार करता हूं, जो मेरा घर है। यह अपराध कैसे हो सकता है?”
आमिर खान पर भी लगा था देशद्रोही होने का आरोप
कुछ सालों पहले आमिर के असहिष्णुता को लेकर दिया गया बयान विवादों में रहा था। आमिर ने कहा था कि उनकी पत्नी किरण राव को भारत में रहने से डर लगता है। एक्टर के इस बयान पर जमकर हंगामा हुआ था। इस विवाद के कारण उन्हें इनक्रेडिबल इंडिया (अतिथि देवो भव) के ब्रांड एंबेसडर पद से भी हटा दिया गया था।
अभिनेता ने दी थी सफाई
जब उनके बयान पर विवाद बढ़ा तो आमिर खान ने मीडिया से बात करते हुए कहा था, “सब से पहले मैं एक बात साफ करना चाहूंगा। न मेरा, न मेरी पत्नी का कोई इरादा है ये देश छोड़ने का। न हमारा ऐसा कोई इरादा था, न है और न रहेगा। जो कोई भी ऐसी बात फैलाने की कोशिश कर रहा है, उसने या तो मेरा इंटरव्यू नहीं देखा, या जानबूझकर गलतफहमी फैलाना चाह रहा है। भारत मेरा देश है, मैं उससे बेइंतहा प्यार करता हूं और यही मेरी सरजमीं है। दूसरी बात, इंटरव्यू के दौरान जो भी मैंने कहा है, मैं उस पर अटल हूं। जो लोग मुझे देशद्रोही कह रहे हैं, उनसे मैं कहूंगा, मुझे गर्व है अपने हिंदुस्तानी होने पर, और इस सच्चाई के लिए मुझे न किसी की इजाजत की जरूरत है, और न ही किसी सर्टिफिकेट की।”
हाल ही के एक इंटरव्यू में परेश रावल ने नसीरुद्दीन शाह की तारीफ करते हुए कहा कि वह हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के उन गिने-चुने लोगों में से हैं जो दिल की बात साफ-साफ कहते हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…