बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर नसीरुद्दीन शाह दशकों से दर्शकों का मनोरंजन कर रहे हैं। एक्टर अपनी दमदार दाकारी के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा वह अपने बयानों को लेकर भी खूब चर्चा में रहते हैं। हालांकि कई बार उन्हें अपने बयानों के कारण मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता है।
वह बॉलीवुड सेलेब्स और फिल्मों को लेकर अक्सर की तंज कसते नजर आते हैं। अब हाल ही में खबर आई कि 17 साल बाद एक्टर एक बार फिर डायरेक्ट बने हैं।
इसी बीच नसीरुद्दीन शाह ने बॉलीवुड पर एक बार फिर निशाना साधा है। एक्टर ने कहा है कि हिंदी सिनेमा को लगभग 100 साल से अधिक का समय हो गया है और बॉलीवुड इतने सालों से एक ही तरह की फिल्में बना रहा है।
बॉलीवुड पर बिफरे नसीरुद्दीन शाह
दरअसल हाल ही में एक्टर ने IANS को दिए इंटरव्यू में कहा कि “हमारी मेनस्ट्रीम सिनेमा ने दर्शकों के टेस्ट को हमेशा को लिए बर्बाद कर दिया है। फिल्म निर्माता सत्यजीत रे ने 50 साल पहले लिखी अपनी किताब ‘हमारी फिल्में, उनकी फिल्में’ में इस बात का जिक्र किया है। वह बॉलीवुड की बुराई नहीं कर रहे थे बल्कि वह केवल भारतीय फिल्ममेकर्स की तुलना अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माताओं से कर रहे थे। सत्यजीत रे ने कहा था कि हमें ऐसे दर्शकों की जरूरत है, जो गुस्सा करते हों, हमें ऐसे दर्शकों की जरूरत है जो किसी चीज को जानने के लिए उत्सुक हों। वो चाहते थे कि हमारे दर्शक अधिक समझदार हों।”
हिंदी सिनेमा को लेकर कही यह बात
एक्टर ने आगे कहा कि “हमारे हिंदी सिनेमा को 100 साल से अधिक समय हो गया है, और हमारा मेनस्ट्रीम सिनेमा एक ही तरह की फिल्में बनाता आ रहा है, कई कहानियां जो आपको बॉलीवुड की फिल्मों में देखने को मिलती हैं, वे महाभारत जैसे भारतीय महाकाव्यों से ली गई होती हैं, जो लिखे गए सबसे महान महाकाव्यों में से एक है। भारत में आप जो भी मुख्यधारा की फिल्म देखते हैं, उसमें या तो महाभारत का कुछ न कुछ संदर्भ होता है, या फिर शेक्सपियर का। हिंदी सिनेमा में हर घिसे-पिटे शब्द को भारी मात्रा में उधार लिया जाता है। बॉलीवुड बस एक ही तरह की कंटेंट दोहरा रहा है।”