बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस मीना कुमारी ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई थी। मीना कुमारी को सिनेमा की ‘ट्रेजेडी क्वीन’ के नाम से भी जाना जाता था। बेहतरीन एक्ट्रेस होने के साथ-साथ मीना कुमारी एक शानदार डांसर भी थीं। कैमरे के सामने मीना कुमारी का अंदाज देखने लायक होता था, लेकिन शूटिंग के वक्त वह हमेशा अपना बायां हाथ छुपाकर ही रखती थीं। कभी साड़ी के पल्लू से तो कभी दुपट्टे से मीना कुमारी अपना हाथ छुपाती थीं।
मीना कुमारी से जुड़ी इस बात का खुलासा कमाल अमरोही के बेटे ताजदार अमरोही ने एक इंटरव्यू में किया था। डीएनए के मुताबिक, ताजदार अमरोही ने इंटरव्यू में बताया था कि 21 मई, 1951 को मीना कुमारी महाबलेश्वर से मुंबई वापस लौट रही थीं, लेकिन सफर के दौरान ही उनका एक्सीडेंट हो गया था।
ताजदार अमरोही ने बताया कि मीना कुमारी के साथ हुआ यह हादसा बड़ा था, जिससे उन्हें कई दिनों तक अस्पताल में भी रहना पड़ा था। इस एक्सीडेंट में ही मीना कुमारी के बायें हाथ की सबसे छोटी उंगली टूट गई थी। ऐसे में उस उंगली का आकार बदल गया था और वह गोल हो गई थी। मीना कुमारी को अपनी उंगली काफी अजीब लगती थी, जिससे वह हमेशा अपना बायां हाथ छुपाकर ही रखती थीं।
ताजदार अमरोही ने बताया था कि हादसे के बाद हुई फिल्मों में मीना कुमारी अपना हाथ हमेशा छुपाकर ही रखती थीं। कई बार निर्देशकों ने उन्हें ऐसा करने से मना भी किया और कहा कि हाथ दिखाने से स्क्रीन पर उनकी खूबसूरती कम नहीं हो जाएगी। लेकिन हादसे के बाद से ही वह ऐसा करने से घबराने लगी थीं।
मीना कुमारी को लेकर यह भी कहा जाता है कि फिल्मी दुनिया में वह जितनी बड़ी सुपरस्टार थीं, असल में वह उतनी ही दुखी और परेशान रहती थीं। उनके बारे में बात करते हुए लता मंगेशकर ने कहा था, “मीना कुमारी कई बार बात करने के लिए फोन तो करती थीं, लेकिन वह अपनी जिंदगी से बहुत ही नाखुश नजर आती थीं।” बता दें कि जिंदगी के आखिरी समय में मीना कुमारी ने ‘पाकीजा’ और ‘गोमती’ के किनारे’ जैसी फिल्मों में काम किया था।
