यूपी विधानसभा चुनाव अभी खत्म भी नहीं हुआ है कि EVM को लेकर बवाल शुरू हो गया है। सोमवार को लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान के स्ट्रांग रूम परिसर में ईवीएम को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने खूब हंगामा किया था। रिटर्निंग अफसर की सरकारी गाड़ी में छेनी-हथौड़ी, ताले, प्लास मिलने पर सपा कार्यकर्ता आग बबूला हो पड़े। ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए सपा कार्यकर्ताओं ने दो घंटे तक धरना-प्रदर्शन किया था।
अखिलेश यादव ने कहा-“निगरानी बढ़ाएं”: वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने छेनी-हथौड़ी, ताले, प्लास की तस्वीर को शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा कि “लखनऊ में सभी के लिए प्रतिबंधित ईवीएम स्ट्रांग रूम में एक सरकारी अधिकारी के घुसने का प्रयास बेहद गंभीर मामला है। सपा-गठबंधन के सभी प्रत्याशियों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से अपील है कि वो सभी जगह ईवीएम स्ट्रांग रूम की निगरानी बढ़ा दें। जब तक गिनवाई नहीं-तब तक ढिलाई नहीं!”
लोगों की प्रतिक्रियाएं: अखिलेश यादव के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। भाजपा नेता आईपी पटेल ने लिखा कि “ये अपने आपको ऑस्ट्रेलिया से पढ़ा हुआ इंजीनियर बताते हैं, वैसे इन्होंने हार मान ली है।” हीरा नाम के यूजर ने लिखा कि “ये आपकी हार की बौखलाहट है क्योंकि कुछ दिन पहले तक आप चार सौ सीट जीतने का दावा ठोंक रहे थे, जबकि आप खुद भी जानते हैं कि सौ सीट भी नहीं जीत सकते। अब हार का ठीकरा किसी पर तो फोड़ना है तो चले बेबुनियाद आरोप लगाकर अपने आप को बचाने।”
स्केयर नाम के यूजर ने लिखा कि “EVM हैकिंग का सामान कम नल चुराने का सामान ज्यादा लग रहा ये। ये सरकारी अधिकारी कोई समाजवादी था क्या?” यादव नाम के यूजर ने लिखा कि “दस मार्च तक का इंतजार तो कर लेते, अभी से बहाना खोज लिए।” राष्ट्रवादी राठौर नाम के यूजर ने लिखा कि “अखिलेश जी जब बीजेपी ईवीएम में गड़बड़ कर देती है तो आप लोकसभा चुनाव कैसे जीत गए?”
अवनीश बरिया नाम के यूजर ने लिखा कि “मोदी जी ने पहले ही बताया था कि जैसे ही ईवीएम का रोना चालू करें. समझ लेना लंका लग चुकी है।” अजय नाम के यूजर ने लिखा कि ” प्रभु EVM है, हथौड़ी की चोट से वोट बाहर नहीं निकलते। साइकिल का ब्रेक, पैड़ल थोड़ी है जो हथौड़ी, प्लास से निकाला जाए।” तक्ष प्रताप सिंह ने लिखा कि “महोदय गलती से आपने साईकल मरम्मत करने वाले औजार की फोटो डाल दी है क्योंकि ईवीएम में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होते है।”
बता दें कि इससे पहले अखिलेश यादव ने प्रतापगढ़ के कुंडा में बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए एक वीडियो शेयर किया था। हालांकि प्रतापगढ़ की पुलिस और डीएम ने इसे गलत बताया। बाद में अखिलेश यादव ने भी अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था।