दुनियाभर में स्वरकोकिला के नाम से मशहूर लता मंगेशकर ने 6 फरवरी 2022 को दुनिया को अलविदा कह दिया था। लता दीदी के निधन से ना सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री बल्कि पूरा देश शोक में था। लता मंगेशकर के निधन के बाद ‘नाम रह जाएगा’ नाम के कार्यक्रम के जरिए लेजेंड्री लता मंगेशकर जी को एक म्यूजिकल ट्रिब्यूट दिया जा रहा है। यह महान सिंगर को दी गई अब तक की सबसे इमोशनल और स्टनिंग श्रद्धांजलि होगी। इस शो के अपकमिंग एपिसोड में लताजी की बहन उषा मंगेशकर और भाई हृदयनाथ मंगेशकर नजर आएंगे। इसमें वे लता मंगेशकर के जीवन और सफर की कुछ घटनाओं के बारे में बातें करते दिखेंगे।

परिवार के बेहद करीब थी लता मंगेशकर: गायिका परिवार के बेहद करीब थीं और उन्होंने परिवार के हर सदस्य के साथ प्यार भरा बंधन शेयर किया। लता जी के बारे में बात करते हुए उनकी बहन उषा मंगेशकर कहती है। मीना ताई रिकॉर्डिंग के दौरान लता ताई के साथ रहती थीं। रिकॉर्डिंग के बाद लता ताई हमेशा मीना ताई से उनके विचार पूछतीं। वह गाने को आगे तभी जाने देती थीं, जब मीना ताई से इसे हरी झंडी मिलती थी। वह उन पर बहुत भरोसा करती थीं।

भारत रत्न मिलने पर नहीं मनाया जश्न: हृदयनाथ मंगेशकर कहते हैं, वह हमेशा चाहती थीं कि मैं एक पुरस्कार जीतूं, वह उनका सपना था। जब उन्होंने भारत रत्न जीता तो उन्होंने इसे नहीं सेलिब्रेट किया, लेकिन जब मुझे पद्मश्री मिला तो उसने इसे एक उत्सव की तरह मनाया।

समाज सेवक भी थीं गायिका: लता मंगेशकर ना केवल एक महान सिंगर थीं बल्कि वह समाज की सेवा करने में भी विश्वास रखती थीं। समाज के लिए वह अक्सर चैरिटी वर्क भी करती रहती थीं। उषा मंगेशकर ने इस पर बात करते हुए कहा,लता दीदी ने समाज के लिए बहुत काम किया,वह भी उन दिनों जब उनके पास ज्यादा काम भी नहीं होता था। उन्होंने पुणे में एशिया का सबसे किफायती और बड़ा अस्पताल बनवाया,जो ऐसे लोगों के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं।

आशा भोंसले ने किया पुराने दिनों को याद: बता दें म्यूजिकल एपिसोड में गायिका आशा भोंसले भी शामिल हुई थीं। पुराने दिनों को याद कर आशा ने कहा था, दीदी 80 रुपये कमाती थीं और हम उस पैसे से अपना घर चलाते थे। हम 5 भाई बहन थे और हमारे कई रिश्तेदार होते थे जो हमसे मिलने आते रहते थे। उन्होंने कभी किसी का ना नहीं कहा, वह बांटने में विश्वास रखती थीं। उन्होंने आगे कहा कि मैं अभी भी विश्वास नहीं कर पा रही हूं कि वह चली गई हैं। मुझे लगता है कि वह मुझे मिल जाएंगी।

2001 में मिला था भारत रत्न: बता दें लता मंगेशकर 1969 में पद्म भूषण से नवाजा गया था। इसके बाद 1972 में सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पहला राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था, और 1989 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। लता मंगेशकर को 2001 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्करा भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

हर रविवार को प्रसारित होता है शो: बता दें स्टारप्लस की 8 एपिसोड सीरीज ‘नाम रह जाएगा’ के जरिए लेजेन्ड्री लता मंगेशकर को खास श्रद्धांजलि देने के लिए भारत के सबसे लोकप्रिय 18 गायक एक साथ आए हैं। इसमें सोनू निगम, अरिजीत सिंह, शंकर महादेवन, नितिन मुकेश, नीति मोहन, अलका याज्ञनिक, साधना सरगम, उदित नारायण, शान, कुमार शानू, अमित कुमार, जतिन पंडित, जावेद अली, ऐश्वर्या मजूमदार, स्नेहा पंत, प्यारेलाल जी, पलक मुच्छल और अन्वेशा का नाम शामिल है। इसका हर एपिसोड स्टार प्लस पर हर रविवार शाम 7 बजे प्रसारित होता है।