भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल (Khesari Lal) ने अपने फिल्मी सफर (khesari lal movie) की शुरुआत साल 2011 में आई फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ से किया था। इस फिल्म के बाद खेसारी लाल एक सिंगर से बतौर एक्टर पहचाने जाने लगे। उनकी सिंगिंग के साथ कॉमिक टाइमिंग और डांसिंग भोजपुरी फिल्म मेकर्स को जंचने लगी और एक के बाद एक कई प्रोजेक्ट खेसारी लाल के हिस्से में आने लगे। देखते-देखते खेसारी लाल एक साधारण नायक से सुपरस्टार बन गए। इसी वक्त उनको दो फिल्में ऑफर हुईं। लेकिन समय के कारण उन दो फिल्मों को करने से खेसारी लाल ने मना कर दिया था जिसका आज अफसोस करते हैं।
बता दें दोनों ही फिल्में निरहुआ (Nirahua) के हिस्से आ गईं और दोनों ही फिल्में सुपरहिट फिल्में में शुमार हुईं। खेसारी लाल आज जब उन फिल्मों को देखते हैं तो उन्हें इसका अफसोस होता है कि काश वह फिल्म कर लिए होते। खेसारी लाल ने इस बात का खुलासा उन्होंने हाल ही में काजल राघवानी के खट्टी मिट्ठी बातें में की है।
काजल राघवानी (Kajal Raghwani) खेसारी लाल से पूछती हैं (30: 20 मिनट पर) ऐसी कोई फिल्म बताइए जो आपने रिजेक्ट की हो पहले और उसी फिल्म को किसी दूसरे स्टार ने कर ली हो। लेकिन उसे देखने के बाद आपको लगता हो कि काश मैंने इसे किया होता। काजल के इस सवाल का जवाब देते हुए खेसारी लाल ने कहा कि हां ऐसी दो फिल्में हैं जिन्हें छोड़ने का अफसोस आज तक है। बकौल खेसारी लाल, ”ऐसी दो फिल्में हैं। जिसको मैंने छोड़ दिया। छोड़ क्या दिया मेरे पास वक्त ही नहीं था। वह फिल्म मेरे पास आई थी। मुझे करना भी था। लेकिन परिस्थिति ऐसी बनी कि मैंने मना कर दिया।बाद में मुझे अफसोस हुआ कि नहीं मुझे कर लेना चाहिए था। वक्त का तक़ाजा कहिए या जो भी परिस्थिति कहिए। ये दो फिल्में थीं ‘राज बाबू’ और ‘पटना से पाकिस्तान’। लेकिन समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को कुछ नहीं मिलता। जिसकी किस्मत में जो रहता है वह मिलता है।”
गौरतलब है कि राजा बाबू और पटना से पाकिस्तना साल 2015 में रिलीज हुई थीं जिनमें मुख्य भूमिका में थे दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’। राजा बाबू एक पारिवारिक कॉमेडी फिल्म थी तो पटना से पाकिस्तान एक रोमांटिक फिल्म थी। राजा बाबू में निरहुआ के साथ आम्रपाली दुबे और मोनालिसा नजर आईं थीं वहीं पटना से पाकिस्तान में आम्रपाली दुबे और काजल राघवानी मुख्य भूमिका में थीं। ये दोनों ही फिल्मों दर्शकों को काफी पसंद आए थे। 2011 से लेकर अब तक खेसारी लाल के 60 से ज्यादा फिल्मे रिलीज हो चुकी है दोनों ही फिल्मों को ना कर पाने का खेसारी लाल को अफसोस होता है।