बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान की गिनती बेहतरीन एक्टर्स में की जाती है। एक्टर अपने काम के प्रति समर्पित नजर आते हैं। शाहरुख खान की फिल्मों का फैंस बेसब्री से इंतजार करते हैं। एक्टर की दमदार अदाकारी लोगों को बहुत पसंद आती है। आज शाहरुख खान जिस मुकाम पर हैं, वहां तक का सफर तय करना उनके लिए आसान नहीं था।

यहां तक पहुंचने के लिए अभिनेता को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। अब हाल ही में शाहरुख खान की पहली फिल्म ‘माया मेमसाब’ को रिलीज हुए 30 साल पूरे हुए। इस फिल्म का निर्देशन केतन मेहता ने किया था। फिल्म के निर्माता केतन मेहता ने हाल ही में खुलासा किया है कि इस फिल्म की शूटिंग के दौरान शाहरुख खान की मां की हालत बेहद खराब थी।

लेकिन जब काम की बात आती थी तो वह पेशेवर थे और शूटिंग के लिए टाइम निकाल लेते थे। केतन ने बताया कि मां की गंभीर हालत होते हुए भी कैसे एक्टर शिमला शूटिंग करने के लिए आए थे।

मां की गंभीर हालात होने के बावजूद शिमला पहुंचे थे शाहरुख खान

बॉलीवुड हंगामा से बातचीत करते हुए इस बात का खुलासा किया कि, शाहरुख खान को सलाम। उस समय उनकी समय उनकी मां की हालात गंभीर थी। पूरी यूनिट शिमला शूटिंग के लिए पहुंच चुकी थी। उन्होंने शूटिंग के लिए किसी को भी इंतजार नहीं करवाया बिना किसी चीज की परवाह किए वो वहां पहुंच गए। मैं उनकी सकारात्मक ऊर्जा के लिए आभारी हूं। बता दें कि शाहरुख खान की मां का निधन 1991 में हो गया था।

शाहरुख खान को ऐसे मिली थी पहली फिल्म

केतन मेहता ने आगे याद किया कि शाहरुख खान की सिफारिश इस फिल्म के लिए अजीज मिर्जा और सईद मिर्जा ने की थी। क्योंकि उन्होंने टीवी सीरिय सर्कस में साथ में काम किया था। केतन ने बताया कि ‘हम एक न्यूकमर की तलाश में थे। वो आए और मुझे एहसास हुआ कि वो काफी पॉजिटिव एनर्जी से भरे हुए थे। ये मुझे काफी पसंद आया हमने उन्हें तुरंत कास्ट करने का फैसला लिया। बर्फ का तूफान वो पहला सीन था जिसे हम लोगों ने शूट किया था। शाहरुख खान ने इस फिल्म में पूरी एनर्जी के साथ काम किया था। उनके साथ काम करने का एक्सपीरिएस काफी अच्छा रहा था। वह एक शानदार अभिनेता हैं।’