90s के दौर की पॉपुलर एक्ट्रेस करिश्मा कपूर 51 साल की हो गई हैं लेकिन, आज भी उनकी पॉपुलैरिटी में कोई कमी नहीं दिखती। फैंस आज भी उनकी एक झलक पाने का इंतजार करते हैं। आज वो भले ही फिल्मों में नजर नहीं आती हैं लेकिन, अक्सर पार्टी या फिर रियलिटी शोज में दिखाई दे ही जाती हैं। पुराने किस्से और कहानियों की वजह से भी वह काफी सुर्खियों में रहती हैं। फिल्मी दुनिया जितनी रंगीन होती है वहां के रिश्ते भी उतने ही दिलचस्प होते हैं। बॉलीवुड में किसी ना किसी स्टार्स का किसी के साथ कनेक्शन निकल ही आ आता है। ऐसे में आज आपको करिश्मा कपूर और अफताब शिवदासानी के बीच खून के रिश्ते के बारे में बता रहे हैं। इतना ही नहीं दोनों जन्मदिन भी एक ही दिन मनाते हैं।

दरअसल, करिश्मा कपूर और आफताब शिवदासानी के रिश्ते के कनेक्शन के बारे में उनके जन्मदिन के मौके पर बता रहे हैं। करिश्मा कपूर आज 51 साल की हो गई हैं। वहीं, आफताब शिवदासानी 46 साल के हो गए हैं। दोनों ही स्टार्स आज अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। एक ही दिन जन्मदिन के साथ ही इनका रिश्ता भी खास है। आफताब, करिश्मा के ममेरे भाई लगते हैं। इनके बीच ननिहाल का कनेक्शन है। चलिए बताते हैं कैसे।

करिश्मा और आफताब में है ननिहाल का कनेक्शन

करिश्मा का जन्म 25 जून 1974 को मुंबई में हुआ था। वह अभिनेता रणधीर कपूर और बबीता की बेटी हैं। वहीं आफताब का जन्म मुंबई में 25 जून 1978 में हुआ। उनके पिता प्रेम शिवदासानी सिंधी और मां पुतली शिवदासानी ईरानी हैं। करिश्मा की मां बबीता शादी से पहले बबीता शिवदासानी थीं। उनके पिता हरि शिवदासानी थे, जिनके भतीजे आफताब के पापा प्रेम शिवदासानी थे। इस लिहाज से बबीता, आफताब की बुआ हुईं और इस तरह आफताब, करिश्मा के ममेरे भाई हुए।

करिश्मा कपूर का करियर

करिश्मा कपूर के करियर की बात की जाए तो उन्होंने बॉलीवुड में करियर बनाने के लिए अपनी पढ़ाई भी बीच में ही छोड़ दी थी। उन्होंने महज 16 साल की उम्र में ‘प्रेम कैदी’ से करियर की शुरुआत की, जो साल 1991 में रिलीज हुई। फिर साल 1992 में दिग्गज एक्टर जैकी श्रॉफ के साथ फिल्म ‘पुलिस ऑफिसर’ में काम किया। ‘जिगर’ और ‘अनाड़ी’ जैसी फिल्मों ने एक अभिनेत्री के तौर पर उन्हें पहचान दिलाई। 1994 में ‘राजा बाबू’, ‘खुद्दार’, ‘अंदाज अपना अपना’ और ‘सुहाग’ जैसी फिल्मों से उनका करियर रफ्तार पकड़ने लगा और गोविंदा के साथ उनकी जोड़ी हिट होने लगी।

90 के दशक में करिश्मा ने ‘कुली नंबर 1’, ‘साजन चले ससुराल’, ‘हीरो नंबर 1’ जैसी हिट रोमांटिक कॉमेडी फिल्मों में गोविंदा के साथ सफल जोड़ी बनाई। 1996 की ‘राजा हिंदुस्तानी’ ने उन्हें सुपरस्टार बना दिया और उन्हें पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला। 1997 की ‘दिल तो पागल है’ के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।

1999-2000 में ‘बीवी नंबर 1’, ‘हम साथ साथ हैं’, ‘फिजा’, और ‘जुबैदा’ जैसी फिल्मों में उन्होंने कमाल का काम किया और लोगों की तालियां बटोरीं। साल 2003 के बाद उन्होंने एक्टिंग से दूरी बना ली, लेकिन 2012 में ‘डेंजरस इश्क’ से वापसी की, जो कि सफल नहीं रही। 2020 में वेब सीरीज ‘मेंटलहुड और 2024 में ‘मर्डर मुबारक’ में ओटीटी की दुनिया में कदम रखा और अच्छा परफॉर्म किया।

आफताब शिवदासानी का करियर

वहीं, आफताब शिवदासानी ने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर करियर की शुरुआत की। वह सिर्फ 14 महीने की उम्र में ‘फैरेक्स बेबी’ विज्ञापन में नजर आए और इसके बाद कई टीवी विज्ञापनों का हिस्सा बने। उन्होंने 1987 में रिलीज हुई ‘मिस्टर इंडिया’, ‘शहंशाह’, ‘चालबाज’ जैसी फिल्मों में बाल कलाकार के रूप में काम किया। 1999 में उन्होंने राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘मस्त’ से बतौर हीरो डेब्यू किया, जिसके लिए उन्हें बेस्ट डेब्यू एक्टर के लिए जी सिने अवॉर्ड मिला।

इसके बाद 2001 में ‘कसूर’ में निगेटिव रोल निभाकर उन्होंने दर्शकों के दिलों में जगह बनाई और फिल्मफेयर नॉमिनेशन भी हासिल किया। इसके बाद ‘लव के लिए कुछ भी करेगा’, ‘प्यार इश्क और मोहब्बत’ और ‘क्या यही प्यार है’ जैसी फिल्मों में भी अपने अभिनय का लोहा मनवाया। 2003 में ‘हंगामा’ और 2004 में ‘मस्ती’ जैसी हिट फिल्मों ने उन्हें कॉमेडी स्टार बना दिया। हालांकि, इसके बाद कुछ फिल्में उनकी फ्लॉप रहीं, लेकिन 2012 की हॉरर फिल्म ‘1920: द ईविल रिटर्न्स’ और मल्टीस्टारर ‘ग्रैंड मस्ती’ जैसी हिट्स ने उन्हें वापसी दिलाई। 2021 में वह वेब सीरीज ‘स्पेशल ऑप्स 1.5’ में नजर आए, जिसमें उनकी एक्टिंग को खूब सराहा गया। आफताब ने अपनी मेहनत और अलग-अलग किरदारों को निभाकर बॉलीवुड में एक अलग पहचान बनाई है।

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