बॉलीवुड अभिनेता कमाल आर. खान (केआरके) ट्विटर पर खूब सक्रिय रहते हैं और अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों में पड़ जाते हैं। यूपी विधानसभा चुनाव के वक्त तो उन्होंने कह दिया था कि अगर बीजेपी दोबारा सत्ता में आई तो वह देश वापस नहीं लौटेंगे। इसी बयान को लेकर अब वह ट्विटर पर ट्रोल हो रहे हैं। इसी बीच उन्होंने एक बार फिर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है।
पूर्व प्रधानमंत्री का जिक्र कर पीएम मोदी पर तंज: केआरके ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी थे तो मोदी जी ने कहा था कि मनमोहन जी बताएं, भारतीय रुपये की कीमत क्यों घट रही है? अगर मनमोहन सिंह जी से देश नहीं चल रहा है, तो उनको इस्तीफा दे देना चाहिए! काश ये फार्मूला मोदी जी अपने ऊपर भी लागू कर लेते!”
गब्बर और बीजेपी की तुलना: “कश्मीर में जब हिंसा हुई थी तब भाजपा ही केंद्र सरकार में थी” उमर अब्दुल्ला के इस बयान का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए केआरके ने ट्विटर पर लिखा कि “BJP का तरीका- मारेंगे भी हम, और बचाएंगे भी हम। फिर सच्चे देशभक्त भी हम और फिर उस पर फिल्म भी बनायेंगे हम।” एक अन्य ट्वीट में अभिनेता KRK ने लिखा कि “आज बीजेपी शोले के गब्बर की तरह है। गब्बर ने कहा था- गब्बर से तुम्हें एक ही आदमी बचा सकता है, एक ही। और वो है खुद गब्बर।” KRK के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं: रत्नाकर यादव नाम के यूजर ने लिखा कि “मोदी जी के राज में क्या नहीं गिर रहा है यह बताइए।” सुभाष आहूजा नाम के यूजर ने लिखा कि “तो क्या विरोधी दल से होकर मोदी जी मनमोहन सिंह जी की तारीफ में कसीदे पढ़ते।” विदोशी नाम के यूजर ने लिखा कि “गिरते रुपये को लेकर मोदी जी ने सवाल पूछा था लेकिन मनमोहन सिंह ने जवाब थोड़ी दिया था। “कामेश्वर नाम के यूजर ने KRK को जवाब देते हुए लिखा कि “जो करते आये हो, वही समझते हो और समझाते भी हो।”
विनय चौहान ने लिखा कि “भूलकर भी योगी जी के बारे में कुछ मत बोल देना, वरना गाड़ी कहीं भी पलट सकती है। फिर मत कहना कि पहले बताया नहीं था।” शुभम सोरहा नाम के यूजर ने लिखा कि “किया किसी ने भी हो, गलत था या नहीं, ये तुमने बताया नहीं, भाई चारा बढ़ाना है तो गलत को गलत कहो।” एक अन्य यूजर ने लिखा कि “कमाल खान को कांग्रेस का प्रेसिडेंट बना दिया जाए।”
सरोज शर्मा नाम एक यूजर ने लिखा कि “उमर अब्दुल्ला का स्टेटमेंट लगा दिए, जैसे कि वो खुदा हैं। उनका स्टेटमेंट पत्थर का लकीर हो गया क्या? वो भी झूठे हैं तुम्हारी ही तरह। उस समय बीजेपी पावर में नहीं थी, मिली-जुली सरकार का एक हिस्सा थी। बीजेपी पावर में होती तो औकात थी क्या? किसी की जो पंडितों को वहां से भगा देता।”