वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट के जरिए मोदी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने अपनी पोस्ट में एक तरीके से ममता बनर्जी सरकार की तारीफ की और गुजरात का जिक्र करते हुए कहा कि बंगाल मॉडल सबसे बढ़ियां हैं। बाजपेयी ने लिखा, ‘एक था गुजरात मॉडल, एक है दिल्ली मॉडल, सब पर भारी बंगाल मॉडल। बाजपेयी ने एक और पोस्ट के जरिये सरकार को घेरा।

अपनी अगली पोस्ट में पुण्य प्रसून बाजपेयी ने वैक्सीन का जिक्र किया और कहा- ‘एक का फ़्री वैक्सीन का ऐलान, दूसरे का फ़्री बिजली का वादा, जबकि दोनों का अपना खर्चा फ़्री, फिर टैक्स-पेयर का पैसा टैक्स पेयर को फ़्री?’ बाजपेयी की पोस्ट पर ढेरों लोगों के रिएक्शन सामने आने लगे।

एक यूजर ने पीएम मोदी के बयान का जिक्र करते हुए कहा- ‘जापान की एक से बढ़कर एक कंपनियां आज गुजरात में काम कर रही हैं। मुझे बताया गया है कि इनकी संख्या 135 से भी ज्यादा है। ऑटोमोबाइल से लेकर बैंकिंग तक, कंस्ट्रक्शन से लेकर फार्मा तक, हर सेक्टर की जापानी कंपनी ने गुजरात में अपना बेस बनाया हुआ है।’

दीपक अग्रवाल नाम के यूजर ने कहा- ‘आपको वाकई बंगाल मॉडल अच्छा लगेगा। कितनी लड़कियों का रेप हो गया। कितने कार्यकर्ताओं पर अटैक हुआ, कितने बंगाल छोड़कर असम में शरण लेने गए। क्यों नही होगा गुजरात मॉडल पर भारी?’

के. राजेश नाम के शख्स ने कहा- ‘कश्मीर मॉडल के बारे में क्या ख्याल है? 70 साल बाद हिसाब हो ही गया। आखिर में धारा 370, 35A भी हट गई और तुम शोर मचाते रह गए। ऐसे तो वो दिन दूर नहीं- बंगाल भी कश्मीर बनने वाला है, बहुत जल्दी!’

आमिर नाम के अकाउंट से कमेंट आया- ‘ना इतराओ इतना बुलंदियों को छूकर, वक्त के सिकन्दर पहले भी कई हुए हैं। जहां होते थे कभी शहंशाह के महल, देखे हैं वहीं अब उनके मकबरे बने हुए हैं।’

निरंजन कुमार नाम के यूजर ने कहा- ‘बिल्कुल सही कहा आपने- सब पर भारी है बंगाल मॉडल। जहां सिर्फ वोट लेने के लिए रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को बसाया जाता है।और आने वाले दिनों में इतना जनसंख्या विस्फोट कर देंगे कि पूरा बंगाल कंगाल कर देंगे।’

प्रमोद नाम के यूजर बोले- ‘पर विश्व भर में चर्चा तो यूपी मॉडल की है। राजस्थान, पंजाब या छत्तीसगढ़ी मॉडल को भी स्वीकार लेता तो क्या बिगड़ जाता?’