दिल्ली के जंतर मंतर इलाके में एक धर्म विशेष के खिलाफ़ भड़काऊ नारेबाज़ी की गई जिसे लेकर मामला अभी तक गरमाया हुआ है। जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव ने इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चुप्पी पर सवाल उठाया और अपने एक ट्वीट में उन्हें मीर कासिम बता दिया। पप्पू यादव की टिप्पणी पर आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान ने पलटवार किया है।

दरअसल पप्पू यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में लिखा था, ‘अरविंद केजरीवाल जी आपके ऑडियोलॉजिकल DNA में कुछ बहुत गड़बड़ है। कपिल मिश्रा,अश्विनी उपाध्याय आदि जहरीले संपोले का AAP के यहां ही पालन पोषण हुआ। जो BJP वालों से भी कई कदम आगे बढ़ नफरत फैलाते हैं। आप आत्ममंथन कीजिए, क्षुद्र सियासी स्वार्थ के लिए आपने देश को कैसे सर्प की सौगात दी है?’

पप्पू यादव ने अरविंद केजरीवाल को मीर कासिम बताते हुए एक और ट्वीट में लिखा, ‘अरविंद केजरीवाल जी मीर कासिम हैं। मीर कासिम ने कहा था देश में अंग्रेज, बंगाल में मीर कासिम। AAP ने कहा- देश में मोदी, दिल्ली में केजरीवाल! अब बताओ कौन है BJP का दलाल?’

उनके ट्वीट के जवाब में नरेश बाल्यान ने ट्वीट किया, ‘कॉमरेड अजित सरकार को 106 गोली मारने वाला भी आज ज्ञानी बन रहे हैं। इन्हें खुद भी याद नही होगा कि कितने लोगों को मारा था। ऑन कैमरा 6 करोड़ की रिश्वत मांगते ये पकड़े गए थे। 2 पैकेट पारले जी बिस्किट और एक पानी बोटल बांटकर संत बन रहे हैं ये। वैसे ये ट्वीट जेल से कर रहे या बाहर निकले?’

 

नरेश बाल्यान ने अपने एक और ट्वीट में पप्पू यादव को घेरा, ‘इनका एजेंडा सेट नही हुआ। ये चाहते थे कि कानून अपना काम नहीं करे। केजरीवाल भी हिंदू-मुस्लिम करें ताकि इनकी दुकान चलती रहे। विधायक चुनाव भी इस बार इसलिए हारे ये। ये लोग गैंग हैं। अपहरण केस में ये जेल में हैं पर ज्ञान आसाराम की तरह दे रहे है।’

 

गौरतलब है लिए भड़काऊ नारेबाज़ी मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें वकील और भाजपा के नेता अश्विनी उपाध्याय भी शामिल हैं। जिस प्रदर्शन में भड़काऊ नारेबाजी की गई अश्विनी उसके आयोजनकर्ता थे।

वकील अश्विनी उपाध्याय पहले भाजपा के प्रवक्ता थे। वो भाजपा के कार्यकारिणी के सदस्य भी थे। अश्विनी अक्सर चर्चा में बने रहते हैं। उन्होंने कई बार हिंदू मंदिर से संबंधित विवादित मुद्दों पर कोर्ट में जनहित याचिका भी दायर किया है। बहरहाल, दिल्ली पुलिस सभी गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश कर उनके पुलिस रिमांड की मांग कर सकती है।