आरती सक्सेना

पाइरेसी एक अलग किस्म की सेंध लगाकर की गई चोरी है। इंटरनेट और सोशल मीडिया के इस दौर में पाइरेसी कैंसर की बीमारी की तरह फैल गई है और फिल्म जगत ही नहीं कानून पालन करवाने वाली एजंसियों तक को समझ नहीं आ रहा है कि इस बीमारी को कैसे काबू किया जाए। हालात यहां तक बन गए हैं कि कोई नई फिल्म विधिवत रिलीज हो उससे पहले ही सेंधमार उसे सार्वजनिक कर देते हैं। इस तरह निर्माता की करोड़ों रुपए खर्च कर बनाई फिल्म बेमानी हो रही है। बाहुबली’ हो या ‘राधे’। ‘न्यूटन’ हो या हालिया रिलीज ‘मिमी’ सभी फिल्मों को इस समस्या से जूझना पड़ रहा है।

जब से हिंदी फिल्में वीडियो पर देखी जाने लगी, तब से फिल्म निर्माताओं के लिए एक नई मुसीबत खड़ी हो गई। यह थी किसी भी नई रिलीज फिल्म की पाइरेसी। तब से अब तक खूब तकनीकी विस्तार हो चुका है और आज पाइरेसी ऐसी समस्या बन चुकी है, जिसका निदान नहीं सूझ रहा है। आॅन लाइन फिल्म प्रदर्शन के इस दौर में पाइरेसी के तेवर और तीखे हो गए हैं। कोई फिल्म रिलीज हुई नहीं कि गुपचुप तरीके से उसकी कॉपी तैयार कर ली जाती है और उसी दिन लोग उसको मुफ्त देख लेते हैं। इससे फिल्म कारोबारियों को बड़ा नुकसान हो रहा है। बीते दिनों रिलीज हुई ‘बाहुबली’, ‘14 फेरे’, ‘जीरो’,‘ठग्स आॅफ हिंदुस्तान’, ‘2.0’, ‘अंधाधुन’, ‘उड़ता पंजाब’, ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी’ आदि की पाइरेसी से तैयार कॉपी आसानी से देखी जा रही हैं। राज कुमार राव की ‘न्यूटन’ तो तुरतफुरत लीक हो गई थी। अभिषेक बच्चन की वेब सीरीज ‘द बिग बुल’ के साथ भी यही हुआ। तमिल हैकर्स आसानी से फिल्मों की सेंधमारी कर रहे हैं।

सलमान- कृति सेनन दुखी

हालांकि पाइरेसी से दुखी पूरी फिल्म इंडस्ट्री है। मगर सलमान खान और कृति सेनन पाइरेसी के ताजा शिकार हैं। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली कृति सेनन अपनी फिल्म ‘मिमी’ को लेकर बहुत उत्साहित थीं क्योंकि यह उनके जन्मदिन 27 जुलाई को रिलीज होने जा रही थी। मगर जब यह फिल्म रिलीज से पहले ही लीक हो गई तो मजबूरी में निर्माता को तुरत फुरत इस फिल्म को रिलीज करना पड़ा। जाहिर है कृति दर्शकों से जिस तरह से रिस्पांस की उम्मीद लगाए थीं, वह पूरी नहीं हुई। बीते कुछ दिनों से यही हो रहा है। ओटीटी पर रिलीज होने वाली फिल्में और वेब सीरीज पहले ही लीक हो रही हैं जिसके कारण तय समय से पहले ही निर्माताओं को भी उन्हें रिलीज करना पड़ रहा है। ‘राधे’ की रिलीज के समय तो पाइरेसी से क्षुब्ध सलमान को एलान करना पड़ा कि पाइरेट ‘राधे’ देखने वालों पर कार्रवाई की जा सकती है।

पाइरेसी के खिलाफ कानून

पहले सिनेमाघरों में चलती फिल्म का वीडियो बनाकर पाइरेसी करने वाले सस्ते दामों में उसकी कॉपियां बेचकर खूब पैसा कमाते थे। सीडी आने पर तो 20-30 रुपए में नई फिल्म की सीडी धड़ल्ले से बिकती थी। कई बार फिल्मों के ट्रायल शो के दौरान भी चोरी छुपे फिल्म की कॉपी बना ली जाती थी। मगर आॅन लाइन फिल्म प्रदर्शन के दौर में पाइरेसी को गति मिली है। फिल्म बनने के बाद डबिंग, मिक्सिंग, स्पेशल इफेक्ट्स आदि के लिए कई हाथों से गुजरती है और पाइरेसी की संभावना बढ़ जाती है। अब ओटीटी चैनलों पर रिलीज से पहले ही फिल्में और वेब सीरीज लीक हो रही हैं। हैकर्स पाइरेसी करने में पीछे नहीं हैं। वे आसानी से फिल्में हैक कर रहे हैं। कानून का पालन करवाने वाली एंजसियां कोशिश करती हैं मगर इसका ज्यादा फायदा नहीं मिल पा रहा है।

इस समस्या के समाधान के फिल्म जगत का प्रतिनिधि मंडल प्रधानमंत्री से भी मिल चुका है। सरकार ने पाइरेसी के खिलाफ कड़ा कानून भी बनाया है। इसके तहत पाइरेसी करने वालों को दस लाख रुपए जुर्माने के साथ तीन साल की सजा का प्रावधान भी किया गया है। मगर कानूनी सख्ती के बावजूद पाइरेसी पर प्रभावी अंकुश नहीं लग पाया है।

पाइरेसी की तीव्रता

‘चाणक्य’ धारावाहिक में शीर्षक भूमिका निभा चुके और इन दिनों अक्षय कुमार को लेकर ‘पृथ्वीराज’ बनाने वाले डॉ चंद्रप्रकाश द्विवेदी पाइरेसी की तीव्रता के बारे में कहते हैं कि उनकी एक अनाम फिल्म की पाइरेसी तो शूटिंग के दौरान ही हो गई थी, जिसके बाद फिल्म से जुड़े लोगों का मनोबल गिर गया था। लेकिन इस तरह की पाइरेसी अधकचरी होती है और इसमें दर्शकों को गुणवत्ता नहीं मिलती। पाइरेट फिल्में दिखाने वाली साइटों को बंद किया जाता है, मगर तब तक दूसरी साइटों पर पाइरेट फिल्में दिखाई जाने लगती हैं। फिल्मजगत में पाइरेसी से हर साल करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है, मगर इस पर अंकुश आज भी नहीं लग पा रहा है।