कृषि कानूनों की वापसी के बाद किसान नेता राकेश टिकैत 15 दिसंबर को अपने गांव सिसौली वापस पहुंच चुके हैं। आंदोलन तो खत्म हो गया है लेकिन राकेश टिकैत अब भी किसानों से जुड़े मुद्दों पर लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं। सरकार को घेरने के लिए वो किसी तरह का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं। किसानों के विषय पर उन्होंने एक बार फिर अपनी प्रतिक्रिया दी है। किसानों के मुद्दों पर एक समाचार चैनल से बातचीत करते हुए उनसे पूछा गया कि यूपीए सरकार के समय आप कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन क्यों नहीं करते थे? जिसका उन्होंने कुछ इस तरह जवाब दिया।

हाल ही में राकेश टिकैत से न्यूज़ 18 यूपी उत्तराखंड से बातचीत के दौरान एंकर द्वारा उनसे पूछा गया कि ‘सरकार, किसान विरोधी कैसे है? जब आपकी सारी मांगे पूरी हो गई हैं?’ जिसका जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा ‘हमारे अनाजों का भाव दिलवा दो, रेट बहुत महंगे हैं। अनाजों को अच्छा भाव मिल जाए तो हमें किसी सरकार से कोई दिक्कत नहीं है। जिस हिसाब से सामान महंगे हो रहे हैं उस हिसाब से बाजार में हमारे अनाज नहीं बेचे जा रहे हैं।

बीजेपी का करेंगे विरोध? राकेश टिकैत से सवाल करते हुए एंकर ने उनसे पूछा ‘एमएसपी तो किसी भी सरकार के समय नहीं था। आप इसके माध्यम से चुनावी मुद्दे को विस्तार देने का काम कर रहे हैं? तो क्या मान लिया जाए कि इस मुद्दे को लेकर आप चुनाव में बीजेपी का विरोध करेंगे?’ वहीं इसका जवाब देते हुए टिकैत ने कहा, ‘2011 में एमएसपी को लेकर एक कमेटी बनाई गई थी, आज के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे’।

जब बीजेपी वाले मंच पर साथ थे: राकेश टिकैत ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि ‘उस समय तत्कालीन गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि एमएसपी गारंटी कानून बनना चाहिए। उसका ड्राफ्ट तैयार किया था। उस समय भारत सरकार को इन्होंने ड्राफ्ट भी भेजा था।’ इसके बाद एंकर उनसे पूछा कि ‘उस समय कांग्रेस की सरकार थी, आपने तब आंदोलन क्यों नहीं किया?’ उस पर राकेश टिकैत कहते हैं कि ‘उस समय भी हमने आंदोलन किया था। जब आंदोलन कर रहे थे, तब बीजेपी वाले हमारे साथ थे। उस समय तो ये हमारे साथ मंच पर भी बैठते थे’।

2014 के बाद इसी दिन का था इंतजार: टिकैत ने आगे बात करते हुए बताया कि बीजेपी वालों ने कहा था कि हमारी सरकार आएगी तो हम एमएसपी पर कानून बनाएंगे। इसीलिए हमने उस सरकार को हटाया था। 2014 के बाद से हम इसी बात का तो इंतजार कर रहे हैं। वहीं आंदोलन खत्म किए जाने को लेकर राकेश टिकैत से पूछा गया कि ‘आंदोलन तो कब का खत्म हो चुका था लेकिन आपको वापस जाने का मन नहीं था? जिसका जवाब देते हुए टिकैत कहते हैं ‘आंदोलन कोई भी खत्म नहीं कर सकता। कोई भी चीज खत्म नहीं सिर्फ स्थगित होती है, तो आंदोलन भी स्थगित हुआ है। जब जरूरत होगी हम फिर से आंदोलन कर लेंगे। बीज को कोई खत्म कर सकता है क्या? बीज अगर खत्म हो गया तो फसल नष्ट हो जाएगी।