दिवंगत गायिका लता मंगेशकर के निधन से पूरा देश शोक में है। उन्होंने बॉलीवुड की कई अभिनेत्रियों के लिए गाने गाए। हेमा मालिनी भी उनमें से एक हैं। लता मंगेशकर की मृत्यु की खबर सुनकर हेमा मालिनी काफी भावुक हो गई थीं। लता मंगेशकर ने हेमा मालिनी की हिट फिल्मों के लिए अपनी आवाज दी थी। उनके गाए गाने सुपरहिट हुए। जिसमें से फिल्म किनारा का ”नाम गुम जाएगा” गाना भी एक है।
हेमा मालिनी का मानना है कि ये उनके लिए सोभाग्य की बात है। लेकिन लता मंगेशकर के साथ कई हिट गाने होने के बावजूद हेमा को एक बड़ा अफसोस है। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में हेमा मालिनी ने फिल्म मीराबाई में अपने किरदार को याद किया। उन्होंने बताया कि वो चाहती थीं कि लता मंगेशकर उनकी आवाज बनें। लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था। ये रोल उनके लिए ड्रीम रोल था, जो साल 1979 की फिल्म में सच हुआ।
बता दें कि हेमा मालिनी बहुत बड़ी कृष्ण भक्त हैं। वो चाहती थीं की मीरा के लिए लता मंगेशकर ही गाना गाएं। हेमा मालिनी ने लता मंगेशकर को मनाने के लिए उन्हें कॉल भी किया था। लेकिन इसके बाद भी वो गाने के लिए राजी नहीं हुई थीं।कहा ये भी जाता है कि लता मंगेशकर के मना करने के बाद हेमा मालिनी ने फिल्म तक छोड़ने का फैसला कर लिया था।
फ्री प्रेस जर्नल में छपी एक खबर के मुताबिक लता मंगेशकर ने खुद एक इंटरव्यू में हेमा के लिए गाना नहीं गाने का कारण बताया था। उन्होंने बताया था, “मैं पहले ही अपने भाई हृदयनाथ मंगेशकर की एल्बम ‘चला वही देस’ के लिए मीरा भजन गा चुकी थी। ऐसे में मैंने तय किया था कि अब मैं उन्हें दोबारा किसी और के लिए नहीं गाउंगी।”
आपको बता दें कि 92 साल की उम्र में लता मंगेशकर का 6 फरवरी को निधन हो गया। कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 29 दिनों तक चले इलाज के बाद उन्होंने 6 फरवरी को आखिरी सांस ली।