हाथरस केस के आरोपियों ने खुद को बेकसूर बताते हुए पीड़िता की मौत को ‘ऑनर किलिंग’ बताया है। इस पर बॉलीवुड के चर्चित गीतकार जावेद अख़्तर ने कड़ी आपत्ति जताते हुए एक ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, ‘ हाथरस के आरोपी अब यह दावा कर रहे हैं कि लड़की को उसके ही मां और भाई ने तड़पा-तड़पा कर मार डाला था। वो ये बात कैसे जानता है? क्या उसने उन्हें मारते हुए देखा था और अगर हां, तो उसने पुलिस में रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज़ कराई। सिर्फ़ एक धर्मांध व्यक्ति जो कि पूर्णतः मूर्ख भी होगा, वही इस दावे पर भरोसा कर सकता है।’

दरअसल, हाथरस मामले में जेल में बंद आरोपी संदीप, रवि, लवकुश और रामू ने हाथरस के एसपी को एक चिट्ठी भेजी थी। चिट्ठी में उन लोगों ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया और कहा कि वे लोग निर्दोष हैं। आरोपियों ने खुद को गलत ढंग से फंसाए जाने की बात कही और मृत लड़की के परिवारवालों को ही उसकी मौत का जिम्मेदार बताया था। मुख्य आरोपी संदीप ने चिट्ठी में दावा किया कि उसकी पीड़िता से अच्छी दोस्ती थी जिसका परिवार वाले विरोध कर रहे थे।

हाथरस के एसपी को मुख्य आरोपी संदीप ने चिट्ठी लिखी, जिसपर अन्य तीन आरोपियों ने अपने अंगूठे लगाए हैं। संदीप ने चिट्ठी में लिखा है, ‘ पीड़िता मेरे गांव की लड़की थी और उससे मेरी दोस्ती थी। हमलोग की कभी कभी मुलाक़ात होती थी और फोन पर बात भी होती थी। हमारी दोस्ती उसके घरवालों को पसंद नहीं थी। घटना के दिन मेरी उससे खेतों पर मुलाक़ात हुई, उसके साथ उसकी मां और भाई थे। इसके कहने पर मैं तुरन्त घर चला गया और वहां अपने पिता के साथ पशुओं को पानी पिलाने लगा।’

संदीप ने अपनी चिट्ठी में आगे लिखा है, ‘ मुझे कुछ देर बाद गांववालों से पता चला कि मेरे से दोस्ती की वजह से उसके भाई और मां ने उसे मारा- पीटा है। पिटाई के कारण उसे गंभीर चोटें आईं और बाद में वो मर गई। मैंने कभी भी पीड़िता को मारा नहीं और न ही कोई गलत काम किया।’ आरोपी संदीप के इस दावे को पीड़िता के परिवार ने झूठ बताते हुए कहा है कि आरोपी सजा से बचने के लिए यह दांव चल रहे हैं।

उधर, पीड़ित परिवार ने कहा था कि आरोपी और उनके परिवार के बीच कभी कोई बातचीत नहीं हुई। पीड़िता के बड़े भाई का कहना था कि यूपी पुलिस हमें फंसाने की कोशिश में है क्योंकि हम गरीब हैं। पुलिस मेरी बहन का चरित्र हनन करने में जुटी हुई है। बता दें कि यह पूरा मामला यूपी के हाथरस का है। यहां 14 सितंबर को कथित तौर पर 4 युवकों ने 19 वर्षीय दलित युवती से गैंगरेप किया और उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ दी, जीभ काट दी। इसके बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान 29 सितंबर को युवती की मौत हो गई थी