भोजपुरी जाने-माने विलेन और पॉपुलर एक्टर अयाज खान (Ayaz khan) आज सिनेमा जगत में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। वो इंडस्ट्री के सफल विलेन की लिस्ट में गीने जाते हैं। 200 से ज्यादा फिल्मों में मार खा चुके एक्टर भले ही पर्दे पर एक खतरनाक विलेन के तौर पर जाने जाते हैं, मगर रियल लाइफ में वो उतने ही सरल और सहज हैं। उनकी कद-काठी ऐसी है, जिसने उन्हें पहली ही फिल्म में विलेन बना दिया था। वो अजय देगवन (Ajay devgan) के साथ पहली बार स्क्रीन शेयर करते हुए नजर आए थे। उनके बर्थडे के मौके पर आपको एक्टर से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बता रहे हैं। आइए जानते हैं…

अयाज खान आज भले ही भोजपुरी के फेमस विलेन और एक सफल एक्टर के तौर पर जाने जाते हैं। लेकिन जीवन में यहां तक पहुंचना उनके लिए भी आसान नहीं रहा है। फिल्मों में आने से पहले एक्टर ने जेब खर्च चलाने के लिए कई काम किए थे। गाजीपुर से निकलकर मुंबई तक का सफर तय करना उनके लिए आसाना नहीं रहा है। उनकी पहली फिल्म ‘धरती कहे पुकार के’ थी, जिसमें वो अजय देवगन के साथ अहम भूमिका में थे। पहली ही फिल्म में एक्टर को विलेन का रोल मिला था, जिसमें उन्होंने एक्टिंग का लोहा मनवाया।

एक्टिंग के खिलाफ था अयाज का परिवार

अयाज खान ने न्यूज 18 हिंदी को दिए इंटरव्यू में अपने संघर्षों को लेकर बताया था कि उनका परिवार नहीं चाहता था कि वो एक्टिंग करें। इसकी वजह थी कि उनके घर में सभी सरकारी सर्विस वाले थे। पिता और भाई पुलिस में थे। इसलिए फैमिली चाहती थी कि वो भी सरकारी अफसर बनें। घर में टीवी देखने तक की पाबंदी थी। माहौल काफी स्ट्रीक था और पढ़ाई पर ही जोर दिया जाता था।

पढ़ाई के दौरान पहली फिल्म के लिए दिया था ऑडिशन

अयाज खान ने बताया था कि जब वो बनारस में पढ़ाई कर रहे थे तो उन्होंने एक दिन ‘धरती कहे पुकार के’ का ऐड देखा कि यहां पर ऑडिशन चल रहे हैं। मूवी के लिए एक्टर ने ऑडिशन भी दिया। पहले कभी एक्टिंग की प्रैक्टिस नहीं की थी तो वो शीशे में देखकर अभ्यास करते थे। ऑडिशन के बाद भोजपुरी एक्टर को काफी दिनों तक कोई कॉल नहीं आया फिर एक दिन मेकर्स की ओर से फोन किया गया और उन्हें बनारस में शूटिंग के सेट पर मिलने के लिए कहा।

ट्रेन में किया बिना टिकट सफर

बाद में फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई और अयाज खान को कोई कॉल नहीं आई। इस पर उन्हें लगा कि वो लोग लगता है अब कॉल नहीं करेंगे। उन दिनों एक्टर मार्केटिंग की पार्ट टाइम जॉब किया करते थे। वो सब छोड़-छाड़कर दिल्ली चले गए। दिल्ली पहुंचे तो मेकर्स की ओर से कॉल आ गया और उन्हें सेट पर जल्दी पहुंचने के लिए कहा गया। इसके बाद वो सबकुछ छोड़-छाड़कर बिना टिकट के लिए ट्रेन में बनारस के लिए चल दिए। सेट पर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि अजय देवगन स्टारर फिल्म ‘धरती कहे पुकार के’ में वो विलेन की भूमिका निभा रहे हैं और बॉलीवुड एक्टर के साथ दो-दो हाथ करेंगे। यहां से वो आगे बढ़ते चले गए। इसके बाद उन्होंने निरहुआ की फिल्म ‘निरहुआ रिक्शावाला’ जैसी फिल्मों में काम किया और स्क्रीन पर हिट हो गए।