गोवा फिल्मोत्सव के विश्व सिनेमा खंड में दिखाई गई माइकेल हाजाविसियस की विवादास्पद फ्रेंच फिल्म ‘रिडाउटेबल’ विश्व के महान फिल्मकारों में शुमार ज्याँ लुक गोदार की बायोपिक है ( 1967- 1979)। 1967 में 37 वर्ष के गोदार ने अपने से बीस साल छोटी 17 वर्ष की अपनी फिल्म की नायिका एनी वायजेम्सकी से प्रेम किया और बाद में विवाह किया। यह संबंध 1979 तक चला। गोदार की दूसरी पत्नी एनी वायजेम्सकी ने गोदार के साथ अपने प्रेम और दांपत्य पर एक किताब लिखी – ‘वन ईयर आफ्टर’ 2015)। यह फिल्म उसी किताब का सिनेमाई संस्करण है। फिल्म विवादास्पद इसलिए हो गई कि इसमें गोदार का पक्ष कहीं नही आया है।

अपनी फिल्म ‘द आर्टिस्ट’ ( 2011) के लिए मुख्य वर्ग में कई आॅस्कर जीतनेवाले माइकेल हाजाविसियस ने 1967-68 के उथल-पुथल भरे पेरिस की पृष्ठभूमि में गोदार के बहाने राजनीतिक बहसों और घटनाओं की भीड़ लगा दी है। मई 1968 के छात्र आंदोलन (रिवोल्यूशन) में गोदार की सक्रिय भागीदारी और माओ त्से तुंग के कम्युनिस्ट विचारों के प्रति उनके अड़ियल रवैये को लेकर बार बार बहसें है। फ्रांस के पारिवारिक फिल्म उद्योग से उनका विद्रोह और साथ में सेक्स को लेकर साहसिक प्रयोग भी हैं। एक दृश्य में स्त्री और पुरुष देह की ब्लैक एंड व्हाइट कामुक छवियों की सिंफनी है। संभोग और चुंबन तो आम हैं ही, एक दृश्य में गोदार वायजेम्सकी के साथ कलीनिंगस करते हुए दिखाए गए है ।

एक जीनियस फिल्मकार के रिवोल्यूशनरी होने की यह कहानी विलक्षण है। मोटे फ्रेमवाले चश्मे का बार बार टूटना और थियेटर के अंधेरे में काले चश्मे से फिल्म देखना, पेरिस की सड़कों पर सरकार विरोधी प्रदर्शन में भाग लेना और पुलिस की मार से बचते हुए भागना, कान फिल्म समारोह का बहिष्कार और सिनेमा को लेकर बहसों में हमेशा अड़ियल बने रहना- यह सबकुछ जैसे जीवंत इतिहास से गुजरना है। जुलूस में एक औरत गोदार से पूछती है कि अब वे ‘ब्रेदलेस’ (1959) जैसी उम्दा फिल्में क्यों नहीं बनाते और एक सिपाही उन्हें पहचान कर रास्ता देते हुए कहता है कि उसने अपनी पत्नी के साथ उनकी फिल्म ‘कंटेंप्ट’ देखी थी जो चार साल पुरानी थी। गरज यह कि वुडी एलेन की तरह लोग गोदार की पुरानी फिल्मों को ही मिस करते हैं। गोदार हजारों नौजवानों की नाराजगी का खतरा मोल लेकर भी कहते है कि ‘यहूदी लोग जो फिलिस्तीन में कर रहे है वह सब उन्हें नवनाजी साबित करता है।’

ज्याँ लुक गोदार 87 साल की उम्र में भी सिनेमा में सक्रिय हैं। युवा गोदार की भूमिका लुई गैरेल और एनी वायजेम्सकी का चरित्र स्टेसी मार्टिन ने निभाया है। गोदार बार बार वायजेम्सकी में अपनी पहली पत्नी अन्ना करीना की छवियों देखते है, फिर भी वे दुखद अलगाव टाल नहीं पाते। दोनों के दांपत्य का संग साथ पेरिस की गलियों, सभाओं, पार्टिर्यों, बैठकों, सड़कों ,होटलों और बेडरूम से रसोई घर तक सुगंध की तरह फैला हुआ है। सिनेमा के इस महाबली को यह फिल्म थोड़े छलावे से ही, हमारे सामने गहराई से दिखाती हैं।

आंद्रे ज्याग्निशेव ने ‘लवलेस’ में आज के रूसी समाज मे बढ़ते अलगाव का हृदय विदारक चित्र खींचा है। यहां भी बारह साल का अलेक्सी अपनी मां जेन्या और पिता बोरिस के बीच असहनीय कलह से तंग आकर एक दिन स्कूल से गायब हो जाता है। यह बुरी खबर उन दोनों तक तब पहुंचती है जब दोनों तलाक स्तर अपने अपने दूसरे जीवनसाथी के साथ अलग घर बसानेवाले है।

‘लेवियाथान में जहॉ आंद्रे ज्याग्निशेव ने रूसी समाज मे बढ़ते अराजक भ्रष्टाचार को दिखाया था तो ‘लवलेस’ में मध्यवर्ग की पारिवारिक टूटन और बढ़ती संवादहीनता के बीच बच्चों की नियति को फोकस किया है। यह अजीब है कि तकनीकी रूप से संचार के अति विकसित दौर मे हमारा समाज संवादहीनता से ग्रस्त है। एक रात्रि भोज मे जेन्या देखती है कि हर कोई सेल्फी खींचने और स्टेटस चेक करने में व्यस्त है। कोई किसी से बात ही नहीं कर रहा। यही हाल घरों मे है। पति-पत्नी के बीच संवाद के नामपर छोटी-छोटी बातों पर कलह होता रहता है। एक बच्चे की खोज में ‘लवलेस’ हमें मास्को के अनदेखे इलाकों में ले जाती है ।