बीकेयू नेता राकेश टिकैत की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है जिसमें वह एसी के नीचे आराम से सोते दिख रहे हैं। इस फोटो को देख कर सोशल मीडिया पर कई तरह की बातें की जा रही हैं। ऐसे में अब पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह किसानों के पक्ष में बोलते नजर आए हैं। राकेश टिकैत का समर्थन करते हुए वह कहते हैं- कि 7 महीने से जो किसान सीमा पर डटा है उसका संघर्ष किसी ने नहीं देखा?

पूर्व आईएएस कहते हैं- ‘AC में सोता किसान सरकार और मीडिया को एक सेकंड में दिख गया, पर लगभग 7 महीने से दिल्ली की सीमा पर हर पल, हर क्षण संघर्ष करता, प्राणों की आहुति देता, लाठियां खाता और मौसम की मार झेलता किसान सरकार और मीडिया को क्यों नहीं दिखता?’

एक अन्य पोस्ट में सूर्य प्रताप सिंह ने कहा- ‘ये कैसी घटिया सोच है? AC में बैठा हुआ व्यक्ति किसान नहीं हो सकता? अरे यही किसान हैं जिनकी वजह से भारत को ‘सोने की चिड़िया’ कहा गया, देश ने पहली समृद्धि कृषकों की मेहनत से ही देखी। अगर सभी सुख सुविधाओं का कोई हक़दार है तो वो सिर्फ जवान और किसान है। जय जवान, जय किसान।’

उन्होंने आगे कहा- ‘अब कार्पोरेट के लिए बैटिंग कर रहे लोग बताएंगे कि किसान कैसे होने चाहिए? किसान वही जो नंगे पांव अपने ही खेत में मजदूर की तरह काम करे? किसान वही जो अपनी ही फसल के ‘न्यूनतम समर्थन मूल्य’ को तरसे? किसान वही जो ब्याज ना चुका पाने पर आत्महत्या कर ले? ये आपकी किसानों के प्रति सोच?’

सूर्य प्रताप सिंह के इस पोस्ट को देख कर ढेरों लोगों के रिएक्शन आने शुरू हो गए। हर्ष नाम के एक यूजर ने लिखा- ‘क्या बोल रहे हैं, मीडिया को नहीं दिखता तो अभी तक राकेश जी इतना इंटरव्यू और रोज सुबह उठ के पत्रकार को बाइट कैसे दे रहे हैं। हद करते है सर!’

एमएलए अमरा राम ने लिखा- ‘सरकार को दिक्कत इस बात से है कि किसान के बेटे शिक्षित क्यों हो रहें हैं, वो अपने हक की लड़ाई क्यों लड़ रहे हैं। किसान AC में सोए, पिज्जा खाए, चाहे लाखों के ट्रैक्टर रखे, लेकिन आपसे वो भीख नहीं मांग रहा है बल्कि अपना हक मांग रहा है। काले कानूनों का खात्मा हो MSP गारंटी कानून बने।’

शाहदाब नाम के यूजर बोले- ‘किसानों के अनाज से देश चल रहा है, उसी के बारे में झूठी खबरें चला रहे हैं। मीडियावालों को देश के सामने अपनी भी संपत्ति की जानकारी देना चाहिए उनके घरों में कितने ऐसी हैं, कितनी लग्जरी कारें हैं, इतनी तेजी से कैसे इनकी संपत्ति बढ़ गई 7 सालों में?’