बिहार के पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडे अपने कथावाचक के नए अवतार के बाद एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। अपने विवादित बयानों से चर्चा में बने रहने वाले गुप्तेश्वर पांडे अयोध्या में कथावाचन करते दिखे हैं। गुप्तेश्वर पांडे उस वक्त सुर्खियों में आ गए थे जब उन्होंने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में उनकी गर्लफ्रेंड रहीं रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एक विवादित बयान दिया था। हालंकि अब उन्होंने अपने इस बयान पर खेद जताया है।
कथावाचक बने पूर्व DGP ने कहा है कि उनके लिए अंग्रेजी में औकात का मतलब कद होता है। उन्होंने यह भी कहा कि इसे अपमानजनक समझा गया था इसलिए उन्होंने अपने शब्द वापस लिए थे और माफी भी मांगी थी।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला सुनाया था। इसी बात को लेकर गुप्तेश्वर पांडे ने मीडियाकर्मियों से बातचीत की थी। उन्होंने कोर्ट के फैसले को न्यायोचित ठहराया था और रिया चक्रवर्ती के परिवार वालों की तरफ से बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर किए गए टिप्पणी पर एक आपत्तिजनक बयान दिया था।
उन्होंने कहा था कि रिया चक्रवर्ती की औकात नही है बिहार के मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करने की। इस बयान पर उनकी खूब फजीहत हुई थी जिसके बाद उन्होंने अपने शब्द वापस ले लिए थे।
गुप्तेश्वर पांडे 1987 बैच के आईपीएस ऑफिसर थे जिन्होंने हालिया बिहार विधानसभा चुनावों से ठीक पहले वीआरएस ले लिया था। इसके बाद वो जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो गए थे। माना जा रहा था कि वो जेडीयू को तरफ से चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया।
बहरहाल, पूर्व डीजीपी अब कथावाचन में लीन हो हैं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने अपने इस नए अवतार को लेकर कहा है कि वो 12 साल की उम्र से ही प्रवचन दे रहे हैं। उनका कहना था, ‘जो लोग मुझे बचपन से जानते हैं, उन्हें पता है कि इस विषय में मेरी रुचि बचपन से रही है। मुझे याद है जब मैं 12 साल का था तब से मैं लोगों को प्रवचन सुनाता था।’
जब राजनीति को लेकर उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भगवान के अलावा अब उनकी रुचि किसी चीज में नहीं रही।