आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास ने 20 अप्रैल की सुबह ट्वीट कर जानकारी दी कि उनके घर पंजाब पुलिस पहुंची है। इसके साथ ही कुमार विश्वास ने पंजाब के सीएम भगवंत मान को चेतावनी देते हुए कहा कि ‘तुम, दिल्ली में बैठे जिस आदमी को, पंजाब के लोगों की दी हुई ताकत से खेलने दे रहे हो वो एक दिन तुम्हें व पंजाब को भी धोखा देगा।’

कुमार विश्वास के घर पंजाब पुलिस के पहुंचने पर पत्रकार से नेता और फिर नेता से पत्रकार बने आशुतोष ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि “कुमार विश्वास के घर पंजाब से पुलिस भेजी जा रही हैं,यह ठीक नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। भगवंत मान को सीएम के रूप में लंबा सफर तय करना है, उन्हें पंजाब को और समृद्ध बनाने पर ध्यान देना चाहिए।अरविंद केजरीवाल ऐसा नहीं होने देना चाहिए, इसे तुरंत बंद कर देना चाहिए।”

वहीं पत्रकार सुशांत सिन्हा ने लिखा कि “अजीब तमाशा चल रहा है। एक राज्य की पुलिस क्या हाथ लग गई है, “लोकतांत्रिक” होने का असली चेहरा सामने आ गया है। कुछ और राज्य की पुलिस हाथ लग गई तो इमरजेंसी टाइप ही माहौल बना देंगे लगता है। गजबे है।”

भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने लिखा कि “सत्ता के अहंकार पर सवार दिल्ली के मुख्यमंत्री निरंकुश की तरह व्यवहार कर रहे हैं, सोचो कुछ महीनों के भीतर वह पंजाब की जेलों में देश भर में मौजूद अपने हर आलोचक को बंद कर देंगे और पंजाब के मुख्यमंत्री इसमें सहयोगी होंगे। पंजाब में इस तरह के अत्याचारों को नियंत्रित करने के लिए एक जन आंदोलन की जरूरत है।”

भाजपा नेता निशिकांत दूबे ने लिखा कि “यह पंजाब पुलिस नहीं,अन्तर्राष्ट्रीय पुलिस है। लोकतंत्र की रक्षा करने का झूठा दंभ भरने वाली पार्टियों व दिल्ली को पूर्ण राज्य दर्जा का समर्थन करने वाले दलों के लिए सबक भी है, भगवंत मान जी आपको संसद की सुरक्षा के आरोप के बाबजूद भाजपा ने माफ किया। सिखों के बलिदान को याद रखिए।” पत्रकार अभिषेक उपाध्याय ने लिखा कि “तेरा निजाम है, सिल दे ज़ुबान शायर की। ये एहतियात जरूरी है, इस बहर के लिए! डॉ कुमार विश्वास के घर पहुंची पंजाब पुलिस। अब न लोकतंत्र खतरे में है और न अभिव्यक्ति की आजादी।”

जानकारी के अनुसार, पंजाब पुलिस ने पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने की वजह से कुमार विश्वास के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बता दें कि कुमार विश्वास ने नाम लिए बिना कहा था कि अरविंद केजरीवाल एक स्वतंत्र देश ‘खालिस्तान’ के प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं।