‘अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो’ और ‘संतोषी मां’फेम एक्ट्रेस रतन राजपूत किसी न किसी वजह से सुर्खियों में बनी रहती हैं। वो अपना व्लॉग चलाती हैं और अपनी डेली लाइफ के कई किस्सों को शेयर करती हैं। कभी वो खेती करती हैं तो कभी गांव के घर में बिना किसी फैसिलिटी के रहती हैं। एक्ट्रेस काफी मेंटली काफी स्ट्रॉन्ग हैं, लेकिन उनकी लाइफ में कई ऐसे पल आए, जब वो पूरी तरह टूट गईं।
दैनिक भास्कर के साथ खास बातचीत में रतन राजपूत में अपने जीवन के सबसे बुरे दौर के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि पहले उन्होंने अपनी दोस्त बालिका वधु फेम प्रत्युषा को खोया। एक्ट्रेस ने बताया कि जब उनकी दोस्त प्रत्युषा बनर्जी की मौत हुई तो उनकी डेड बॉडी रतन के सामने थी। उन्होंने पहली बार किसी लाश को इतने करीब से देखा था। ये देख वो पूरी तरह टूट गई थीं।
इसके बाद जब वो ‘संतोषी मां’ की शूटिंग कर रही थीं तब उन्हें पता चला था कि उनके पिता लास्ट स्टेज कैंसर से जूझ रहे थे। लेकिन उन्होंने ये बात अपने मां-बाप को नहीं बताई। एक्ट्रेस ने बताया कि वो मुंबई में थी जब उन्हें उनकी कजिन जो पेशे से डॉक्टर हैं, उनका कॉल आया था। उन्होंने बताया कि एक्ट्रेस के पापा की तबीयत बहुत खराब है। वो तुरंत पटना के लिए निकलीं और वहां जाकर पता चला कि उनके पिता को कैंसर है और वो भी लास्ट स्टेज। लेकिन एक्ट्रेस ने ये सोचकर किसी से नहीं बताया कि घर में सब टूट जाएंगे और उनके पिता भी जीने की उम्मीद छोड़ देंगे।
लड़का दिखाने के बहाने ला रही थीं मुंबई और रास्ते में…
रतन राजपूत ने बताया कि वो अपने पिता को इलाज के लिए मुंबई ले जाना चाहती थीं और उन्होंने डॉक्टर से इस बारे में बात की। हालांकि डॉक्टर ने इसके लिए मना कर दिया, लेकिन रतन का कहना था कि उनके पिता की इच्छा शक्ति इतनी मजबूत है कि वो मुंबई तक खुद जाएंगे। लेकिन इसके लिए कुछ कहानी बनानी पड़ेगी। एक्ट्रेस ने अपने पिता से कहा कि वो उन्हें एक लड़के से मिलवाना चाहती हैं और उनके पिता ये बात सुनकर खुश हो गए। वो मुंबई जाने के लिए तैयार हो गए लेकिन वो लड़के की फोटो देखना चाहते थे।
एक्ट्रेस ने अपने किसी दोस्त की फोटो उन्हें दिखाई और फिर मुंबई लाने लगीं। लेकिन रास्ते में ही उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई। जैसे तैसे वो अपनी मां के साथ पिता को लेकर मुंबई एयरपोर्ट पहुंचीं और उन्हें एंबुलेस से अस्पताल ले गई। लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि उनके पास एक महीने से ज्यादा का समय नहीं है। एक्ट्रेस ने अपने पिता को 3 महीने तक अपने साथ रखा और घर से लेकर गाड़ी तक अपने पिता के हिसाब से रखी। लेकिन जब वो आखिरी सांस ले रहे थे एक्ट्रेस ने उन्हें बताया कि वो कैंसर से जूझ रहे हैं, ताकी जीवनभर उन्हें इस बात का अफसोस न रहें।
पिता के जाने से टूट गई थीं रतन
रतन ने बताया कि वो दो साल तक डिप्रेशन में थीं। डॉक्टर की मदद से वो इस गम से थोड़ उभरीं और फिर उन्होंने भारत के अलग-अलग गांव में रहना शुरू किया। उन्होंने गांव का साधा जीवन जिया और खुद को शहरी लाइफ से दूर कर लिया।